‘टैक्सी ड्राइवर बनकर पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी को देता था भारतीय मोबाइल नम्बर’, दिल्ली से गिरफ्तार हुआ पाक जासूस

Rajasthan Intelligence Big Action: राजस्थान इंटेलिजेंस ब्यूरो ने दिल्ली में एक पाकिस्तानी जासूस का बड़ा खुलासा किया है। आरोपी पिछले 24 साल से भारत में रह रहा था। जानकारी के अनुसार इस जासूस ने दिल्ली के संजय कॉलोनी में रहकर भारत में संचालित मोबाइल नम्बर का एक्सेस उपलब्ध कराए थे। इन मोबाइल नम्बर से पाकिस्तान में बैठे एजेंट भारतीय मोबाइल नम्बरों से वाट्सअप संचालित कर रहे थे। राजस्थान इंटेलिजेंस ने दिल्ली से इस जासूस को गिरफ्तार कर लिया है।
‘ड्राइवर बनकर पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी को देता था भारतीय मोबाइल नम्बर’
आरोपी ने भारत में रहने के लिए हिंदू शरणार्थी के तौर पर भारत की नागरिकता भी ले ली थी। दिल्ली में रहकर आरोपी टैक्सी ड्राइवर के रुप में कार्य कर रहा है। इस पर आरोप है कि दिल्ली में रह कर ये भारत की सेंसिटिव जानकारियों को पाकिस्तान भेज रहा था। आरोपी का नाम भागचंद बताया जा रहा है। वहीं साल 1998 में भागचंद अपने पूरे परिवार के साथ पाकिस्तान से भारत रहने के लिए आया था।
राजस्थान इंटेलिजेंस ब्यूरो ने दिल्ली से गिरफ्तार किया पाक जासूस
आरोपी भागचंद के परिवार की बात करें तो इसके माता-पिता को मिलाकर कुल 8 लोग हैं। इस मामले की पूरी कार्रवाई राजस्थान पुलिस की सीआईडी-इंटेलिजेंस सेल ने की है। इंटेलिजेंस के महानिदेशक उमेश मिश्रा ने बताया कि भागचंद का नाम एक दूसरे जासूस की गिरफ्तारी के बाद सामने आया। नारायण लाल गड़ारी नाम के शख्स को 14 अगस्त को भीलवाड़ा से गिरफ़्तार किया गया था। नारायण से पुछताछ मे भागचंद के बारे मे पुलिस को पता चला।
ज्वाइंट इंटेलिजेंस की टीमें लगातार कर रही पूछताछ
इस मामले की जांच मे सामने आया है कि भागचंद सिम खरीदता था जिनसे अलग अलग सोशल मीडिया अकाउंट्स बनाए जाते थे। फिर इन सिम कार्ड को बच्चों के कपड़े और मसालों के डिब्बों मे छिपाकर मुंबई भेज देता था। जयपुर मे ज्वाइंट इंटेलिजेंस की टीमें दोनों आरोपियों से लगातार पूछताछ कर रही है।