Himachal Pradesh: तापमान -15 डिग्री, जमी लाहौल घाटी की सिस्सू झील…

हिमाचल प्रदेश की लाहौल घाटी में स्थित सिस्सू झील बर्फ से ढक गई है। वहाँ, सिस्सू अभी भी बर्फ की सफेद चादर में लिपटी हुई है। रिपोर्ट की माने तो सिस्सू झील पूरी तरह से जम गई है। लाहौल स्पीति में तापमान -15 डिग्री सेल्सियस है। जिसकी वजह से नदियों का पानी भी जम गया है।
हल्की बर्फबारी होने की संभावना
17 साल बाद हिमाचल प्रदेश में जनवरी में कम बारिश और बर्फबारी की उम्मीद है। प्रदेश में मौसम पूरे महीने शुष्क रहेगा। हल्की बर्फबारी किन्नौर, लाहौल-स्पीति, चंबा, कुल्लू और शिमला के ऊंचाई वाले इलाकों में हो सकती है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने बताया की पश्चिमी विक्षोभ उत्तरी ध्रुव और भूमध्य सागरीय क्षेत्र में कम दबाव का क्षेत्र बनने से कमजोर हो गया है। मैदानी जिलों में कुछ और दिनों तक कोहरा रहेगा।
अटलांटिक सागर से आती हैं बर्फीली हवाएं
शिमला मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक सुरेंद्र पॉल ने बताया कि प्रदेश में इस वर्ष जनवरी 2007 की स्थिति होगी। उनका दावा था कि सर्दियों में बर्फबारी के लिए हवाएं अटलांटिक सागर से आती हैं। पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होता है जब उत्तरी ध्रुव से ठंडी हवा आती है और भूमध्य सागरीय क्षेत्र से गर्म हवा आती है। इस बार उत्तरी ध्रुव पर कम दबाव का क्षेत्रफल और बहुत कम हवा है। कम दबाव वाले क्षेत्रफल की वजह से हवाएं आगे नहीं बढ़ती हैं। इसलिए प्रशांत सागर में भी सामान्य से अधिक तापमान रिकॉर्ड किया जा रहा है।
बर्फबारी है मानसून का हिस्सा
उनका कहना था कि बर्फबारी मानसून का एक हिस्सा है। वर्तमान मानसून सीजन में बारिश के अधिक या कम होने की संभावना बताना अभी जल्दबाजी होगी। लाहौल स्पीति में ये सिसु लेक बहुत सुंदर है। आप यहाँ जाकर खुश हो सकते हैं। ये जगह चारों ओर से पहाड़ों से घिरी है, जो मन को अलग तरह से शांत करती है। सर्दियों में यहां बहुत बर्फबारी होती है, जिससे सिसु गांव सहित पूरी लाहौल घाटी दुनिया भर से कट जाती है। सर्दियों में प्रशासन लोगों को हेलीकॉप्टर से आसपास ले जाता है। ये स्थान सर्दियों में बर्फ से ढक जाते हैं।