पैरों में होने वाला दर्द हो सकता है किसी गंभीर बीमारी का संकेत, न करें नजरअंदाज
पैरों में दर्द, ऐंठन या क्रैम्पस यूं तो एक सामान्य बात है लेकिन यह अगर बहुत ज्यादा होता है और बार-बार होता है तो सतर्क हो जाएं। पैर में दर्द कई कारणों से हो सकता है। यह कई बार यह दर्द असहनीय होता है। कई बार खेलते समय या तेज दौड़ते समय पैरों में मोच आ जाता है। इस वजह से भी पैर में दर्द की समस्या शुरू हो जाती है।
अधिकतर पैर दर्द मांसपेशियों में थकान के कारण होती है। लेकिन इसके बावजूद भी आपको इसकी गंभीरता को समझना आवश्यक है। ज्यादा और बार-बार पैर दर्द होना खतरनाक हो सकता है। पैरों में दर्द होने के कई कारण हो सकते हैं। आज हम बात करेंगे उन संभावनों के बारे में जो पैर दर्द के लिए जिम्मेदार हो सकते हैं।
स्लिप डिस्क- स्लिप डिस्क की वजह से भी कई बार पैरों में दर्द होना शुरू हो जाता है। इसमें शरीर के अंदर स्पाइन का एक हिस्सा अपनी जगह से खिसक जाता है, जिसके कारण दर्द महसूस होता है। जो डिस्स खिसक जाती है वह कई बार स्पाइनल कॉर्ड की किसी न किसी नस को दबा देती है। स्लिप डिस्क की समस्या होने की स्थिति में कई बार कमर के हिस्से और कमर से नीचे के पूरे हिस्से में दर्द होता है।
हड्डियों में इंफेक्शन- पैरों में दर्द की समस्या हड्डियों में इंफेक्शन की वजह से भी होती है। ज्यादातर मामले में यह दर्द प्रभावित हिस्से में ही होता है। ऐसी स्थिति में जिस जगह पर दर्द हो रहा है वहां पर लालिमा आ जाती है। कई बार दर्द वाली जगह पर लाल घाव भी उभर आते हैं।
खून का धब्बा जमना- कई बार चोट लगने की वजह से इंटरनल ब्लीडिंग होती है और यह शरीर जिस हिस्से में जमती है वहां पर असहनीय दर्द होता है। लंबे समय तक ऐसा रहने पर यह दर्द ज्यादा बढ़ जाता है।
अथेरोसेलेरोसिस की समस्या- आर्टरी फैट और कोलेस्ट्रॉल जमा होने के कारण भी कई बार दर्द की समस्या होती है। आर्टरी शरीर में ऑक्सीजन युक्त रक्त ले जाती है लेकिन यह ज्यादा सख्त होने से इसमें कई बार ब्लॉकेज होने लगता है। इससे शरीर में ब्लड सर्कुलेशन कम हो जाता है, जिसके कारण पैरों को ठीक से ऑक्सीजन नहीं मिल पाती। ऑक्सीजन की कमी के कारण पूरे पैर में दर्द होता है।
टेंडिंटिस की समस्या- टेंडिंटिस की समस्या ऐसी समस्या है जो बाद में पैर दर्द की समस्या का कारण बनता है। टेंडिंटिस की समस्या में टेंडन में सूजन आ जाती है। इससे इसकी पकड़ ढीली हो जाती है और जोड़ों को प्रभावित करती है। इस स्थिति में आपको ज्यादातर पैर की एड़ी की हड्डियों में दर्द महसूस होगा।