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International Nurses Day 2022 : आखिर क्यों मनाया जाता है नर्स डे, जानें इसका इतिहास

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International Nurses Day 2022 : हर साल आज के दिन यानी 12 मई को ‘इंटरनेशनल नर्सेस डे’ मनाया जाता है। नर्स के सेवाभाव को सम्मान देने के लिए सालों से हर साल मई में नर्स दिवस मनाया जाता है।

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नर्सेस के योगदान को याद करने और उनके प्रति सम्‍मान प्रकट करने के लिए हर साल आज (12 मई) ‘इंटरनेशनल नर्सेस डे’ मनाया जाता है। कोरोना काल में डॉक्टर और नर्स ने अहम भूमिका निभाई। उस दौरान डॉक्टरों से साथ ही नर्सेस ने दिन रात लोगों की सेवा की। उनकी इसी सेवाभाव को सम्मान देने के लिए सालों से हर साल मई में नर्स दिवस मनाया जाता है। इसको मनाने की घोषणा जनवरी, 1974 में अंतरराष्ट्रीय दिवस के तौर पर हुई। आधुनिक नर्सिंग की संस्थापक फ्लोरेंस नाइटिंगेल (Florence Nightingale) के जन्मदिन को ही अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस (International Nurse Day) के तौर पर मनाया जाता है। लेकिन क्या आपको पता है कि  अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस (International Nurse Day) मनाने की शुरुआत क्यों और कब हुई? आखिर किस नर्स की सेवा भाव को लोगों ने नोटिस किया और इस दिन को समर्पित कर दिया।

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क्यों मनाया जाता है नर्सिंग डे                         

हर साल 12 मई को इंटरनेशनल नर्सेस डे मनाने की कारण यह है कि 12 मई 1820 को फेलोरिंस नाइटिंगेल का जन्म हुआ था। बता दें कि फ्लोरेंस नाइटिंगेल (Florence Nightingale) ने ही नोबेल नर्सिंग सेवा की शुरुआत की थी। वह आधुनिक नर्सिंग की संस्थापक मानी जाती हैं। इनके जन्म दिवस के अवसर पर इस दिन को मनाने का निर्णय लिया गया था। इस दिन इंटरनेशनल काउंसिल ऑफ नर्स द्वारा नर्सों को किट बांटी जाती है।

फ्लोरेंस नाइटिंगेल का इतिहास

दरअसल उन्होंने जिंदगी भर बीमार और रोगियों की सेवा की। फ्लोरेंस नाइटिंगेल (Florence Nightingale) को अपने मरीजों की हमेशा फिक्र रहती थी। उनकी देखभाल के लिए फ्लोरेंस रात में भी अस्पताल में घूम कर चेक करती कि किसी रोगी को कोई जरूरत तो नहीं है। उनकी नर्सिंग सेवा ने समाज में नर्सों को सम्मानजनक स्थान दिलाया। 1960 में फ्लोरेंस के प्रयासों से आर्मी मेडिकल स्कूल (Army Medical School) की स्थापना हुई थी। नर्सों का योगदान और उनका सहयोग बहुत जरूरी है। इनके सहयोग बिना स्वास्थ्य सेवाएं अधूरी हैं। पूरी दुनिया में नर्सिंग न सिर्फ सबसे बड़ा, बल्कि सबसे अहम स्वास्थ्य देखभाल पेशा है। आज कोरोना महामारी के दौर में इसकी अहमियत हम देख ही रहे हैं. नर्सों के माध्यम से मरीजों की बेहतर देखभाल हो पाती है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर नर्स डे पर सभी नर्सेस को बधाई देते हुए कहा है कि 'ग्रह को स्वस्थ रखने में नर्सों की अहम भूमिका होती है। उनका समर्पण और करुणा अनुकरणीय है। अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस सबसे चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में भी सभी नर्सिंग स्टाफ को उनके असाधारण काम के लिए हमारी प्रशंसा को दोहराने का दिन है।'

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