26 दिसंबर से 1 जनवरी तक के व्रत त्योहार: विनायक गणेश चतुर्थी व्रत से लेकर शाम्ब दशमी तक का महत्व
साल का आखिरी हफ्ता 26 दिसंबर से 1 जनवरी तक है । दिसंबर का ये आखिरी सप्ताह पौष मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि के साथ शुरू हो रहा है। आइए आपको बताते है कि इस हफ्ते कौन कौन से त्योहार पड़ने वाले है ।
इस सप्ताह 27 दिसंबर से पंचक काल प्रारंभ हो जाएगा। इस काल में कोई भी शुभ कार्य नहीं किए जाते हैं। वहीं 31 दिसंबर को पंचक काल समाप्त हो जाएगा।
विनायक गणेश चतुर्थी व्रत (26 दिसंबर, सोमवार)
पौष मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को वैनायकी गणेश चतुर्थी व्रत किया जाएगा। मान्यता है कि भगवान गणेश की विधि विधान के साथ पूजन करने और व्रत करने से भगवान गणेश की कृपा से धन-धान्य की वृद्धि होती है।
पंचक प्रारंभ (27 दिसंबर, मंगलवार)
27 दिसंबर को सुबह 8.57 बजे पंचक प्रारंभ हो जाएगा। पंचक में दक्षिण की दिशा में यात्रा वर्जित होती है। पंचक काल में कोई भी मांगलिक कार्य नहीं किए जाते हैं। पंचक पांच प्रकार के होते हैं।
पंचक समाप्ति (31 दिसंबर, शनिवार)
पंचक की समाप्ति दोपहर बाद 4:21 बजे हो जाएगी। मान्यता है कि भगवान राम ने जिस दिन रावण का अंत किया था, उस दिन पंचक काल था, तभी से पंचक काल अशुभ माना जाता है।
शाम्ब दशमी (1 जनवरी, रविवार)
पौष माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को साम्ब दशमी व्रत मनाया जाता है। ओडीशा में इसका बहुत बड़ा महत्व माना जाता है। इस दिन सुबह पवित्र नदियों और तालाबों में स्नान करने के बाद सूर्य देव की पूजा की जाती है। मान्यता है कि इस दिन व्रत करने और सूर्यदेव की उपासना करने से सभी कष्ट दूर हो जाते हैं और आरोग्य की प्राप्ति होती है। 1 जनवरी से अंग्रेजी कैलेंडर का न्यू ईयर भी मनाया जाता है।