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राहुल मित्रा और अनुपम खेर ने वियतनाम में फहराया तिरंगा, मनाया स्वतंत्रता दिवस का जश्न

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फिल्म निर्माता-अभिनेता राहुल मित्रा और बॉलीवुड के प्रसिद्ध अभिनेता अनुपम खेर ने वियतनाम के खूबसूरत शहर हो ची मिन्ह सिटी में भारत की खुशबू फैलाई है। बता दें कि अनुपम खेर ने भारतीय महावाणिज्य दूत डॉ. मदन मोहन सेठी के आधिकारिक आवास पर भारत का स्वतंत्रता दिवस मनाया। सुबह के समारोहों में भारत और वियतनाम के लोगों ने बड़े उत्साह के साथ भारतीय स्वतंत्रता का जश्न मनाया।

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बता दें कि भारत की मशहूर हस्तियों ने इससे पहले सप्ताहांत में हो ची मिन्ह सिटी के सबसे बड़े प्रदर्शन कला स्थल प्रतिष्ठित होआ बिन्ह थिएटर के खचाखच भरे सभागार में प्रतिष्ठित नमस्ते वियतनाम महोत्सव के दूसरे संस्करण का उद्घाटन किया था। भारत सरकार के विदेश मंत्रालय के तत्वावधान में वियतनाम में भारतीय दूतावास और हो ची मिन्ह सिटी में भारत के महावाणिज्य दूतावास द्वारा आयोजित भारत का यह मेगा महोत्सव 20 अगस्त तक वियतनाम में आयोजित किया जा रहा है।

राहुल मित्रा और अनुपम खेर ने 2000 दर्शकों को संबोधित किया, जिसमें शीर्ष वियतनामी सरकारी अधिकारी और राजनयिक, प्रमुख स्थानीय मीडियाकर्मी, भारतीय महावाणिज्य दूत डॉ. मदन मोहन सेठी, फेस्टिवल क्यूरेटर कैप्टन राहुल बाली, गायिका अलीशा चिनाई, अभिनेत्री अविका गोर और हेली शाह, निर्देशक शामिल थे। राहत काजमी और अभिषेक जैन, प्रमुख भारतीय और बड़ी संख्या में प्रवासी, को भव्य उद्घाटन समारोह में भीड़ की तालियों की गड़गड़ाहट के बीच सिनेमा में उनके योगदान के लिए मशहूर हस्तियों को सम्मानित किया गया।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा की गई घोषणा के अलावा वहां उन्होंने भारत की एक्ट ईस्ट नीति की कुंजी के रूप में वियतनाम के महत्व को भी दोहराया। महोत्सव का उद्देश्य दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करना है, जिसमें फिल्म स्क्रीनिंग से लेकर कई कार्यक्रम शामिल हैं। वियतनाम में भारत के बारे में उत्साह पैदा करने के लिए सांस्कृतिक प्रदर्शन, मशहूर हस्तियों द्वारा मास्टर कक्षाएं, भारतीय स्वतंत्रता दिवस समारोह, सेमिनार और सम्मेलन आयोजित किए जा रहे हैं। फिल्म निर्माता-अभिनेता और ब्रांडिंग विशेषज्ञ राहुल मित्रा ने वर्ष 2015 में वियतनाम में पहले भारतीय फिल्म प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया था, उसके बाद पिछले वर्ष एक प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया था, जो बेहद सफल रहा। इससे दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान और मैत्रीपूर्ण संबंधों का मार्ग प्रशस्त हुआ।

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