लता मंगेशकर के निधन से आए खालीपन को शब्दों में बयां करना मुश्किल- मोहन भागवत

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत ने लता मंगेशकर के निधन को जीवन में आया खालीपन बताया है। उन्होंने कहा है कि लता मंगेशकर के निधन से जो ख़ालीपन हुआ है, उसे शब्दों में बता पाना मुश्किल है।
लता मंगेशकर को “आनंदघन” बताते हुए भागवत ने कहा, “लता दीदी के निधन से न केवल मेरे बल्कि हर भारतीय के मन में जो पीड़ा और ख़ालीपन आया है, उसे शब्दों में बयां करना बहुत मुश्किल है।”
उन्होंने आगे कहा, “अंतरराष्ट्रीय कद की गायिका होने के बावज़ूद वह आज भी हर गाने के लिए वैसे ही अभ्यास और तैयारी करती थीं, जैसे वह 13 साल की उम्र में किया करती थीं।”
भागवत ने सुर कोकिला की निजी, परिवारिक, सामाजिक और पेशेवर ज़िंदगी के प्रति लता मंगेशकर की “तपस्या” और मेहनत की सराहना करते हुए कहा कि उनका व्यवहार सुचिता और साधना को दिखाता है और यह हरेक के लिए उदाहरण है।
भागवत ने कहा, “ईश्वर हम सबको और मंगेशकर परिवार को ये नुकसान सहने की क्षमता दे। मैं खुद की और आरएसएस की ओर से उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।”