Cymophobia : जल तरंगों से लगता है डर तो साइमोफोबिया से हो सकते हो ग्रस्त, जानें इसके लक्षण
Cymophobia : साइमोफोबिया को वॉवफोबिया के नाम से भी जाना जाता है। यह एक फोबिया का एक विशिष्ट प्रकार है। साइमोफोबिया से ग्रस्त व्यक्ति तरंगों या जलाशयों से डर और चिंता अनुभव करता है। इसमें डर और चिमता का प्रभाव बहुत तीव्र होता है।
इस फोबिया से ग्रस्त व्यक्ति आमतौर पर समुद्र, झील, नदी, या किसी अन्य बड़े जलाशय के पास जाने से बचने की कोशिश करते हैं। यह फोबिया व्यक्ति में अक्सर अपने बचपन में अनुभव किए गए किसी डरावने या दुखद घटना से उत्पन्न हो सकता है। यह डर पानी में डूबने का, समुद्र के तट पर तूफान और तैराकी के दौरान असफलता का हो सकता है। इस प्रकार के अनुभव व्यक्ति के अवचेतन मन में बैठ जाते हैं और भविष्य में किसी भी प्रकार के जलाशय या तरंगों के संपर्क में आने पर वही डर और चिंता परेशान करती हैं।
साइमोफोबिया के लक्षण
चिंता या घबराहट होना
धड़कन तेज होना
पसीना आना
सांस लेने में कठिनाई
चक्कर आना
साइमोफोबिया का इलाज
तरंगों और जलाशयों के प्रति भय व्यक्ति को होने वाले खतरों से बचाने की एक प्राकृतिक प्रवृत्ति हो सकती है। पानी की गहराई, उसकी तीव्रता और उसमें छिपे हुए खतरों का डर इस फोबिया को जन्म दे सकता है। साइमोफोबिया का इलाज कई तरीकों से किया जा सकता है। जैसे कि मनोवैज्ञानिक चिकित्सा, एक्सपोजर थेरेपी और दवा।
साइमोफोबिया, तरंगों या जलाशयों का अत्यधिक डर या एक गंभीर मानसिक स्वास्थ्य चुनौती हो सकती है। यह व्यक्ति के दैनिक जीवन के कार्यों को प्रभावित कर सकता है। हालांकि, सही उपचार के साथ, इस फोबिया का सामना किया जा सकता है और व्यक्ति को एक सामान्य जीवन जीने में सहायता मिल सकती है।
यह भी पढ़ें : http://Murder Case : बाजार गई थी महिला नहीं लौटी घर, अगले दिन हुआ शव बरामद, जानें पूरा मामला
Hindi Khabar App: देश, राजनीति, टेक, बॉलीवुड, राष्ट्र, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल, ऑटो से जुड़ी ख़बरों को मोबाइल पर पढ़ने के लिए हमारे ऐप को प्ले स्टोर से डाउनलोड कीजिए. हिन्दी ख़बर ऐप