भारत का संविधान और तिरंगा हमारा सबसे बड़ा धर्म : मल्लिकार्जुन खड़गे
New Delhi: कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि आरक्षण की 50 प्रतिशत सीमा को तोड़ना होगा, इसे और बढ़ाना होगा। कांग्रेस के सभी नेता एक सुर में बार-बार मांग कर रहे हैं कि जातिगत जनगणना होनी चाहिए। जब खड़गे से पूछा गया कि क्या ये आरक्षण नौकरियों के साथ राजनीति में भी होना चाहिए? उनका जवाब था- हां। खड़गे ने कहा कि भारत का संविधान और देश का तिरंगा हमारा सबसे बड़ा धर्म है।
राजनीति में भी होनी चाहिए आरक्षण
खड़गे ने कहा कि राजनीति में भी सामाजिक न्याय व बराबरी, इस संकल्प का एक महत्वपूर्ण भाग है। भ्रष्टाचार को मुद्दा बनाने वाली कांग्रेस के तकरीबन सभी मुख्यमंत्री ईडी-सीबीआई, इनकम टैक्स की जांच के दायरे में क्यों हैं? महिलाओं को आरक्षण की पहल कांग्रेस पार्टी स्तर पर क्यों नहीं कर रही?
बीजेपी को अपनी कुंठा से बाहर आने की जरूरत
खड़गे ने कहा कि भारत का संविधान और देश का तिरंगा हमारा सबसे बड़ा धर्म है। भगवान की भक्ति और अपने-अपने तरीके से ईश्वर में आस्था की स्वतंत्रता भारत के संविधान में निहित है। राहुल गांधी कैलाश मानसरोवर यात्रा पर जाएं या बाबा केदारनाथ के दर्शन को जाएं तो बीजेपी को तकलीफ है। उन्हें अपनी इस कुंठा से बाहर आने की जरूरत है।
हम मिल बैठकर हल निकालेंगे
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि ’इंडिया’ गठबंधन देश के लिए है, देश के 140 करोड़ लोगों के लिए है। आज मोदी सरकार ने भारत के संविधान व संवैधानिक मूल्यों और संस्थाओं पर हमला बोल रखा है। हम सब सैद्धांतिक तौर से इकट्ठे हैं और मिलकर लड़ेंगे। कभी-कभी प्रांतीय स्तर पर उम्मीद के मुताबिक समझौता न हो पाने से भिन्न-भिन्न आवाजें आएंगी, पर हम मिल बैठकर हल निकालेंगे।
शिवराज सरकार का चाल-चेहरा-चरित्र मात्र भ्रष्टाचार है
मध्यप्रदेश में भ्रष्टाचार ऐसा नासूर है, जिसने 8.5 करोड़ जिंदगियों को डस लिया है। ऐसा प्रतीत होता है कि शिवराज सरकार का चाल-चेहरा-चरित्र मात्र भ्रष्टाचार है। यही भाजपा शासित राज्यों में भी हो रहा है। इससे ध्यान बटाने के लिए जानबूझकर कांग्रेस व विपक्ष की सरकारों को निशाना बनाया जा रहा है, ताकि भाजपाई भ्रष्टाचार पर परदा डाला जा सके।
यह भी पढ़ें – MP-छत्तीसगढ़ में थमा प्रचार, राजस्थान की ओर राष्ट्रीय नेताओं का रुख