‘पाकिस्तानी लोगों को हमारी नौकरी और घर दे दिए जाएंगे’, CAA पर बोले CM Arvind Kejriwal

CM Kejirwal On CAA: नागरिकता संशोधन अधिनियम-2019 की अधिसूचना 11 मार्च (सोमवार) को जारी हो गई है। इसके बाद से ही देश का राजनीतिक पारा अचानक से बढ़ गया है। बुधवार (13 मार्च) को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने CAA को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस की। सीएम केजरीवाल ने कॉन्फ्रेंस की शुरूआत में पहले बताया कि आखिर CAA है क्या?
CM Kejirwal On CAA: ये बोले सीएम कोजरीवाल
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने CAA के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि ‘केंद्र की बीजेपी सरकार का कहना है कि अगर तीन देशों – बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान के अल्पसंख्यक भारतीय नागरिकता लेना चाहते हैं, तो उन्हें दी जाएगी। इसका मतलब है कि बड़ी संख्या में अल्पसंख्यकों को हमारे देश में लाया जाएगा। उन्हें नौकरियां दी जाएंगी और उनके लिए घर बनाए जाएंगे।’
BJP पाकिस्तान के बच्चों को देना चाहती है नौकरी
CAA को लागू करने पर आपत्ति जताते हुए CM केजरीवाल ने कहा कि भाजपा हमारे बच्चों को नौकरी नहीं दे सकती लेकिन वे पाकिस्तान के बच्चों को नौकरी देना चाहते हैं। हमारे कई लोग बेघर हैं लेकिन बीजेपी पाकिस्तान से आए लोगों को यहां बसाना चाहती है। वे हमारी रोजगार उनके बच्चों को देना चाहते हैं। वे पाकिस्तानियों को हमारे घरों में बसाना चाहते हैं। भारत सरकार का जो पैसा हमारे परिवारों और देश के विकास के लिए इस्तेमाल होना चाहिए वह पाकिस्तानियों को भारत में बसाने के लिए इस्तेमाल किया जाएगा।
‘लाना है इन्हें लाइए..’
सीएम केजरीवाल ने आगे कहा, ‘ये तीनों (पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बाग्लादेश) गरीब देश हैं। जैसे ही भारत के दरवाजे खुलेंगे और भारी भीड़ भारत में आ जाएगी। ढाई करोड़ में से अगर डेढ़ करोड़ लोग भारत आ गए तो उन्हें रोजगार कौन देगा? बीजेपी का पूरा खेल गंदी राजनीति का हिस्सा है। इनलोगों को लाया गया और उन इलाकों में चुन-चुन कर बसाया गया, जहां बीजेपी का वोट कम है। ऐसा लोगों का कहना है।’
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आगे कहा, ‘हरियाणा सरकार रोजगार के अभाव में बच्चों को इजराइल भेज रही है और पाकिस्तानियों को भारत लाकर रोजगार देना चाहते हो। हर देश पड़ोसी देशों को रोकने के लिए अपनी दीवार मजबूत करता है, लेकिन बीजेपी इन देशों के गरीबों को लाने की कोशिश में है।’ सीएम केजरीवाल ने कहा कि पिछले 10 वर्षों में 11 लाख से ज्यादा व्यापारी-उद्योगपति बीजेपी की नीतियों तंग आकर भारत छोड़कर चले गए। ये रोजगार देते थे। लाना है तो इन्हें लाइए, ताकि वो रोजगार दे सकें।