
केंद्र सरकार को कोर्बेवैक्स की पहली खेप 15 फरवरी को मिल जाएगी। इसके साथ ही अब 12 से 18 साल के किशोरों के लिए नया टीका मिल जाएगा। बता दें कि अभी 15 से 18 साल तक के किशोरों को कोवैक्सिन की खुराक दी जा रही है।
केंद्र सरकार बॉयोलॉजिकल ई द्वारा 12 से 18 साल तक के बच्चों के लिए विकसित इस कोरोना वैक्सीन की 30 करोड़ खुराक खरीद रही है। बॉयोलॉजिकल ई अपने टीके कोर्बेवैक्स की 25 करोड़ खुराक का उत्पादन कर चुकी है और कुछ सप्ताह के भीतर बचे हुए डोज भी तैयार कर लेगी।
बता दें कि बॉयोलॉजिकल ई को इन टीकों की खरीद के लिए सरकार ने पिछले साल 1500 करोड़ का अग्रिम भुगतान किया था। एक दिन पहले ही भारतीय दवा नियंत्रक (DGCI) ने 12 से 18 साल तक के बच्चों के लिए कोर्बेवैक्स टीके के आपात इस्तेमाल की इजाजत दी है।
कैसी है यह वैक्सीन
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, यह वैक्सीन भारत की पहली आरबीडी प्रोटीन आधारित कोविड-19 वैक्सीन है। यह भारत बॉयोटेक की कोवैक्सिन के बाद दूसरी वैक्सीन है, जिसे 18 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए लगाया जाएगा।
क्या है टीके की खासियत?
कोर्बेवैक्स टीका मांसपेशियों के जरिए लगाया जाता है। इसकी दो खुराक 28 दिनों के अंतराल पर दी जाती है। इस टीके की एकल खुराक 0.5 मिलीलीटर और 5 मिलीलीटर दस खुराक की शीशी में उपलब्ध है। कोर्बेवैक्स टीके को 2 से 8 डिग्री सेल्सियस पर रखा जाता है।