Chhattisgarh: प्रिंसिपल की स्कूल में मनमानी, फीस जमा नही करने पर, परीक्षा नही देने दी
Chhattisgarh: जशपुर जिले में आए दिन शिक्षा विभाग की लापरवाही देखने को मिलती है। जहां कई सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की मनमानी भी देखी जाती है पर इस बार एक गैर सरकारी स्कूल की मनमानी करने का मामला सामने आया है। यहां एक निजी प्राईवेट स्कूल के प्रिंसिपल ने एक स्टूडेंट को परीक्षा लिखाने के बजाय स्कूल में परीक्षा लिखने से ही मना कर दिया। यह पूरा मामला पत्थलगांव के न्यू लाइफ इंग्लिश मीडियम स्कूल का है। जहां एक छात्र को प्रिंसिपल ने सिर्फ स्कूल में स्कूल फीस जमा नही कर पाने पर छात्र को सीधे कक्षा में परीक्षा देने से मना कर दिया। कई घंटो तक स्कूल के बाहर खड़ा रखा और कहा जब तक स्कूल फीस जमा नही करोगे तब तक परीक्षा नही दे सकते इधर छात्र परेशान होकर कई घंटे स्कूल के बाहर खड़ा रहा।
जब छात्र ने अपने परिजनों को फोन के माध्यम से इस बात को बताया फिर परिजन स्कूल पहुंच कर प्रिंसिपल को कुछ रूपये जमा किए। बच्चो को परीक्षा से वंचित न करे और परीक्षा में बैठने देने की गुहार लगाई। फिर भी प्रिंसिपल ने दबंगई दिखाते कह दिया स्कूल की पूरी फीस जमा करो, फिर छात्र परीक्षा दे पायेगा। परिजन प्रिंसिपल के पास रोते बिलखते हुए गुहार लगाता रहा फिर भी इस प्रिंसिपल को कोई दया नही आई और बच्चे की पिता की एक न सुनी।
रामशिला लाल और बीईओ धनीराम भगत से किया
वही इस मामले को सुनते ही दोनो अधिकारी सीधे उस स्कूल पहुंच गए और सीधे प्रिंसिपल को कहा कि आप शिक्षा नीति के तहत किसी भी छात्र छात्राओं को स्कूल में परीक्षा देने से मना नही कर सकते। परीक्षा से वंचित भी नही कर सकते। स्कूल की फीस लेना एक अलग दायरा होता है और छात्र-छात्राओं के साल भर का किया गया अध्ययन और मेहनत का परिणाम परीक्षा लेना होता है।
इधर एसडीएम रामशिला लाल ने अपनी मानवता का परिचय देते हुए इस पीड़ित छात्र का मनोबल बढ़ाया और आगे अच्छी शिक्षा लेकर भविष्य में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया और इस छात्र के साल भर की स्कूल फीस में प्रिंसिपल को कटौती करने को कहा प्रिंसिपल से इस छात्र को परीक्षा में बैठने और किसी भी छात्र छात्राओं के साथ ऐसा न करने की बात कही है