SCO Summit : एससीओ समिट में एस जयशंकर ने परोक्ष रूप से पाकिस्तान को सुनाई खरी – खरी, बोले – ‘सीमापार आतंकवाद के लिए…’
SCO Summit : एससीओ समिट में एस जयशंकर ने जलवायु परिवर्तन और आतंकवाद के बारे में बात की, वहीं उन्होंने पाकिस्तान को भी बेनकाव किया। एस जयशंकर ने आतंकवाद के बारे में बात करते हुए कहा कि एससीओ एक सिद्धांत आधारित संगठन है। संगठन की सर्वसम्मति इसके सदस्य देशों का दृष्टिकोण भी तय करती है।
एस जयशंकर ने पाकिस्तान को सुनाते अप्रत्यक्ष रूप से सुनाते हुए कहा कि उन देशों को अलग-थलग करना चाहिए और बेनकाब कर देना चाहिए जो आतंकवादियों को पनाह देते हैं, सुरक्षित पनाहगाह प्रदान करते हैं और आतंकवाद को बढ़ावा देते हैं। ‘‘सीमापार आतंकवाद के लिए निर्णायक प्रतिक्रिया चाहिए और आतंकवाद के वित्तपोषण तथा भर्ती से दृढ़ता से निपटना होगा। हमें हमारे नौजवानों के बीच कट्टरता फैलाने के प्रयासों को रोकने के लिए सक्रियता से कदम उठाने चाहिए।
हममें से कई लोगों के : विदेश मंत्री
एस जयशंकर ने कहा कि हममें से कई लोगों के अपने अनुभव हैं, जो अक्सर हमारी सीमाओं से परे सामने आते हैं। यह बात स्पष्ट होनी चाहिए कि अगर आतंकवाद को बेलगाम छोड़ दिया गया तो यह क्षेत्रीय और वैश्विक शांति के लिए एक बड़ा खतरा बन सकता है। किसी भी रूप या स्वरूप में आतंकवाद को उचित नहीं ठहराया जा सकता या माफ नहीं किया जा सकता।
आर्थिक विकास के लिए मजबूत : एस जयशंकर
एस जयशंकर ने जलवायु परिवर्तन पर बात करते हुए कहा कि आर्थिक विकास के लिए मजबूत कनेक्टिविटी की जरूरत है। बेहतर संपर्क से हमारे समाज के बीच सहयोग और विश्वास का मार्ग भी प्रशस्त हो सकता है। एससीओ एक सिद्धांत आधारित संगठन है। संगठन की सर्वसम्मति इसके सदस्य देशों का दृष्टिकोण भी तय करती है। इस समय, विशेष रूप से गौर करने वाली बात यह है कि एससीओ के सदस्य देश अपनी विदेश नीतियों के आधार के रूप में संप्रभुता, स्वतंत्रता, क्षेत्रीय अखंडता, समानता, पारस्परिक लाभ,
एस जयशंकर ने कहा कि आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप न करने, बल का प्रयोग न करने या बल प्रयोग की धमकी न देने के प्रयास करें। हमने राज्य की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के सिद्धांतों के विपरीत कोई भी कदम न उठाने पर भी सहमति जताई है। भारत वैकल्पिक ईंधन में बदलाव, इलेक्ट्रिक वाहनों को अपनाने जैसे उपाय अपनाने के लिए प्रोत्साहित करने को प्रतिबद्ध है।
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