
संसद में चालू मॉनसून सत्र में नारे और हंगामे के बीच तृणमूल, डीएमके और माकपा सहित 4 दलों के 19 राज्यसभा सांसद को किया गया निलंबित कर दिया गया है। हंगामे के चलते राज्यसभा की कार्यवाही पहले एक घंटे और फिर दिनभर के लिए स्थगित करनी पड़ी। निलंबित सांसदों में सबसे अधिक संख्या तृणमूल कांग्रेस से है। टीएमसी के मौसम नूर, सुष्मिता देव, शांता छेत्री, डोला सेन, शांतनु सेन, अभि रंजन बिस्वास और मोहम्मद नदीमूल हक अब सप्ताह के बचे हुए शेष सत्र में हिस्सा नहीं होगें।
बता दें लोकसभा में सोमवार को भारी हंगामे के बीच स्पीकर ओम बिड़ला ने कांग्रेस के 4 सदस्यों को निलंबित कर दिया था। ज्योतिमणी, माणिकम टैगोर, टीएन प्रथापन और राम्या हरिदास को पूरे सत्र के लिए निलंबित किया गया है। संसद में विपक्ष लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहा है। सरकार का आरोप है कि विपक्ष संसद की कार्यवाही में बाधा डाल रहा है। जबकि विपक्षी दलों का कहना है कि सरकार इन मुद्दों पर चर्चा से भाग रही है।
18 जुलाई से आरंभ हुआ था संसद में मॉनसून सत्र
संसद में मॉनसून सत्र का आगाज 18 जुलाई से शुरू हो चुका है। इस बार के सत्र में 32 विधेयक पेश किए और 14 बिलों के साथ ये संसद सत्र आंरभ किया गया। 32 विधेयक में से 8 विधयेक की चर्चा पहले ही हो गई थी। वहीं 24 विधेयक ऐसे भी रहे जो इस संसद सत्र में पहली बार पेश हुए हैं। संसद का ये मॉनसून सत्र 18 जुलाई से शुरू हो चुका है और 12 अगस्त को समाप्त हो जाएगा।
24 नए बिल किए जाएंगे पेश
सरकार इस बार के मॉनसून सत्र में 24 नए बिलों को पेश करेगी जिसमें से फाइनेंस मिनिस्ट्री, कॉमर्स मिनिस्ट्री और कॉरपोरेट अफेयर्स के अंदर कुल 6 बिलों को पेश किया जाएगा।