Advertisement

‘मिशन नहीं मजबूरी है’, NDA की बैठक में कांग्रेस और TMC का जिक्र कर PM मोदी ने साधा निशाना

Share
Advertisement

राजधानी दिल्ली में आज यानी मंगलवार (18 जुलाई) को एनडीए की बैठक हुई। बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी शिरकत की। आपको बता दें कि एनडीए की इस बैठक में 38 राजनीतिक दलों के शामिल हुए हुए। आज एनडीए के गठन को 25 वर्ष पूरे हो चुके हैं। इस उपलक्ष्य में सिल्वर जुबली मनाई गई है। एनडीए की इस बैठक को शक्तिप्रदर्शन के तौर पर भी देखा गया वो इसलिए क्योंकि आज बेंगलुरु में विपक्षी दलों की बैठक भी हुई।

Advertisement

बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संबोधित किया। पीएम मोदी ने कहा कि आज विपक्ष हमें नीचा दिखाने में जुटा है लेकिन देश के 140 करोड़ देशवासी सब देख रहे हैं। वे जानते हैं कि ये स्वार्थी विपक्ष क्यों जुटे हुए हैं। ये गलबहियां मिशन नहीं बल्कि मजबूरी है।

पीएम मोदी ने किया संबोधित

पीएम मोदी ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि हमने देश के लोगों को गलत हाथों में जाने से बचाया है। एनडीए के सभी सहयोगी राजनीति सौहार्द और शांति बनाए रखने का प्रयास करते हैं। एनडीए सरकार ने प्रणब दा को भारत रत्न दिया। वह जीवनभर कांग्रेसी रहे लेकिन एनडीए ने उन्हें सम्मान देने से संकोच नहीं किया। ये एनडीए सरकार ही थी जिन्होंने मुलायम सिंह यादव, शरद यादव, गुलाम नबी आजाद, तरुण गोगोई और ना जाने कितने विपक्षी नेताओं को सम्मान दिया।

जनता सब जानती है


उन्होंने बताया ये जनता सब जानती है कि ये विपक्षी बेंगलुरु में क्यों इकट्ठा हुए हैं? केरल में लेफ्ट और कांग्रेस एक दूसरे के खून के प्यासे हैं लेकिन बेंगलुरु में दोनों पार्टियां एक दूसरे के हाथ में हाथ डाले हुए हैं। बंगाल में लेफ्ट और टीएमसी एक दूसरे के खून के प्यासे हैं। टीएमसी के कार्यकर्ता कांग्रेसी कार्यकर्ताओं पर हमले कर रहे हैं लेकिन बेंगलुरु में कुछ और ही नजारा देखने को मिल रहा है।

विपक्ष पर साधा निशाना


उन्होंने कहा कि नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीडीपी के नेता एक दूसरे को भर-भरकर गालियां देते हैं। आरजेडी और जेडीयू के नेता एक दूसरे को कैसे-कैसे शब्दों से नवाजते हैं लेकिन यहां अलग ही गलबहियां चल रही हैं। हम देश के लोगों को जोड़ते हैं लेकिन वो देश को तोड़ते हैं। जनता खुली आंखों से देख रही है कि ये लोग इकट्ठा क्यों हो रहे हैं। वो कौन सा गोंद है,जो इन लोगों को जोड़ रहा है। किस तरह से छोटे-छोटे स्वार्थ के लिए मूल्यों और सिद्धांतों से समझौता किया जा रहा है लेकिन ये लोग अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए पास-पास तो आ सकते हैं लेकिन साथ-साथ नहीं आ सकते। आज हकीकत देश के 140 करोड़ देशवासियों के सामने आ चुकी है।

पीएम ने कहा एनडीए पर लोगों का विश्वास बढ़ा है. उन्होंने कहा कि देश सबके विश्वास से चलता है। हमारे देश में राजनीतिक गठबंधनों की एक लंबी परंपरा रही है, लेकिन जो भी नकारात्मकता के साथ बने वो कभी सफल नहीं हुए। हमने कभी नकारात्मकता नहीं चुना। हमने कभी सरकार का विरोध करने के लिए विदेश से मदद नहीं मांगी।

ये भी पढ़ें: बृजभूषण सिंह को मिली अंतरिम जमानत, 20 जुलाई को होगी अगली सुनवाई

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *