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गैंगस्टर यशपाल तोमर पर बड़ी कार्रवाई, 137 बीघा जमीन को कुर्क करने पहुंची मेरठ पुलिस

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यशपाल के खिलाफ यूपी, उत्तराखंड, दिल्ली और राजस्थान समेत कई जगहों पर अपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। यशपाल विवादित मामलों में एक पक्ष पर फर्जी मुकदमा दर्ज कराकर जमीनों पर कब्जा करता था।

गैंगस्टर यशपाल तोमर
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चिटहैरा भूमि घोटाले के गैंगस्टर यशपाल तोमर को गौतमबुद्ध नगर जिला प्रशासन ने भूमाफिया घोषित कर दिया है। गैंगस्टर यशपाल तोमर की करीब 150 करोड़ रुपये की प्रॉपर्टी को मेरठ पुलिस नोएडा में कुर्क करने ग्रेटर नोएडा पहुंची। योगी सरकार आज बड़ी कार्रवाई कर रहा है। बता दें यशपाल तोमर की 137 बीघा जमीन को आज मेरठ पुलिस पहुंच चुकी है। आरोपी यशपाल के खिलाफ कोर्ट से कुर्की आदेश जारी करा लिए गए है। यशपाल तोमर फिलहाल उत्तराखंड की जेल में बंद है।

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यशपाल को हरिद्वार और मेरठ में भी भूमाफिया घोषित किया

यशपाल तोमर मूलरूप से बागपत के बरवाला गांव का रहने वाला है। उसको हरिद्वार पुलिस ने दिल्ली से गिरफ्तार किया था। फिलहाल अभी यशपाल हरिद्वार की रोशनाबाद जेल में बंद है। उत्तराखंड एसटीएफ ने यशपाल तोमर को जनवरी के महीने गिरफ्तार करके जेल भेजा था। इसके बाद हरिद्वार के जिलाधिकारी ने उसे भूमाफिया घोषित किया। यशपाल तोमर पर मेरठ के एसएसपी ने गैंगस्टर एक्ट में मुकदमा दर्ज करवाया और उसे भूमाफिया घोषित करने के लिए जिलाधिकारी को रिपोर्ट भेजी। मेरठ के जिलाधिकारी ने यशपाल तोमर को भूमाफिया घोषित कर दिया है। साथ ही मेरठ जिला प्रशासन उसे प्रदेश स्तरीय भूमाफिया घोषित करने की तैयारी कर रहा है। अब गुरुवार को गौतमबुद नगर में उसके खिलाफ भूमाफिया एक्ट के तहत कार्यवाही की गई है।

क्या था पूरा मामला

करीब 4 साल पहले चिटहेरा गांव में दलितों और भूमिहीनों के नाम पर पट्टे आवंटित किए गए। यह आवंटन पत्रावली रद्द कर दी गई थी। इसके बाद तहसील में रखे दस्तावेजों मे बड़े पैमाने पर हेरफेर किया गया। मतलब किसी आवंटी को ग्राम पंचायत समिति ने आधा बीघा जमीन दी थी। दस्तावेजों में कटिंग और गड़बड़ियां करके उनके नाम कई-कई बीघा जमीन दर्ज कर दी गई। इसके बाद इसके बाद माफिया ने दूसरे जिलों से एससी और एसटी जातियों से ताल्लुक रखने वाले लोगों को चिटहेरा का मूल निवासी बताकर रजिस्ट्री और एग्रीमेंट करवाए। जब तक यह जमीन चिटहेरा गांव के दलितों के नाम थी, उन्हें तहसील प्रशासन ने संक्रमणीय भूमिधर घोषित नहीं किया। जैसे ही जमीन बाहरी लोगों के नाम दर्ज हुई, उन्हें संक्रमणीय भूमिधर घोषित कर दिया गया।

यशपाल के खिलाफ यूपी, उत्तराखंड, दिल्ली और राजस्थान समेत कई जगहों पर अपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। यशपाल विवादित मामलों में एक पक्ष पर फर्जी मुकदमा दर्ज कराकर जमीनों पर कब्जा करता था। मेरठ में भी दिल्ली के कारोबारी पर हमला दिखाकर उसके भाइयों को पूर्व में यशपाल ने फंसाया था। इस साजिश के पीछे मेरठ पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की और यशपाल को ही आरोपी को दोषी पाया गया।

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