UN में भारत की सेक्रेटरी ने पाकिस्तान को दिया करारा जवाब, कहा – ‘पीओके तुरंत खाली करे…’
पाकिस्तान अब भी संयुक्त राष्ट्र के अंतरराष्ट्रीय मंच का दुरुपयोग करके कश्मीर की बात करता है। पाकिस्तान के कार्यवाहक प्रधानमंत्री अनवारुल हक काकर ने शुक्रवार (22 सितंबर) को संयुक्त राष्ट्र महासभा के 78वें सत्र को संबोधित करते हुए एक बार फिर कश्मीर का मुद्दा उठाया। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र से कश्मीर में सैन्य हस्तक्षेप की मांग की और एक प्रस्ताव प्रस्तुत किया। उनका कहना था कि कश्मीर दोनों देशों की शांति के लिए महत्वपूर्ण है। अब भारत की पहली संयुक्त राष्ट्र सचिव पेतल गहलोत ने पाकिस्तान को करारा जवाब दिया है। पाकिस्तान को घेरने से पहले, उन्होंने उससे भारत के अवैध रूप से अधिग्रहण किए गए क्षेत्रों को खाली करने को कहा। साथ ही पाकिस्तान से 26-11 हमलों के दोषियों पर कार्रवाई करने की भी मांग की गई।
‘जम्मू-कश्मीर भारत का महत्वपूर्ण हिस्सा है’
भारत की पहली सेक्रेटरी पेतल गहलोत ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में कहा, ‘भारत के खिलाफ आधारहीन और दुर्भावनापूर्ण प्रोपेगैंडा फैलाने के मामले में पाकिस्तान इस अगस्त फोरम के गलत इस्तेमाल का आदतन अपराधी बनता जा रहा है। पाकिस्तान अपने खराब घरेलू मानवाधिकार रिकॉर्ड से अंतरराष्ट्रीय ध्यान हटाने के लिए यह सब करता है, जैसा कि संयुक्त राष्ट्र संघ और अन्य बहुपक्षीय निकायों को पता है। हम दोहराना चाहते हैं कि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख भारत का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं और इनसे जुड़े सभी मुद्दे देश के अंदरूनी मामले हैं। भारत के घरेलू मामले पर पाकिस्तान को बोलने का कोई अधिकार नहीं है।’
पाकिस्तान में दुनिया के सबसे ज्यादा आतंकी संगठन है
पेतल गहलोत ने पाकिस्तान को घेरते हुए कहा, ‘एक देश के तौर पर दुनिया में सबसे खराब मानवाधिकार रिकॉर्ड वाले देशों में शुमार, खासकर महिलाओं और अल्पसंख्यकों के अधिकारों के मामले में, पाकिस्तान को दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र पर उंगली उठाने से पहले अपने घर को संभालना चाहिए।’ पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा का सबसे स्पष्ट उदाहरण अगस्त 2023 में फैसलाबाद जिले के जारनवाला में हुआ, जहां 19 गिरजाघरों सहित ईसाइयों के 89 घरों को जला दिया गया था। इतना ही नहीं, पाकिस्तान में हिंदू, सिख और ईसाइयों के अल्पसंख्यक समुदाय की महिलाओं की हालत बहुत बुरी है। पाकिस्तान के मानवाधिकार आयोग ने हाल ही में एक रिपोर्ट जारी की है, जिसमें कहा गया है कि देश में प्रति वर्ष 1,000 अल्पसंख्यक समुदाय की महिलाओं का अपहरण, जबरन धर्म परिवर्तन और निकाह होता है। पाकिस्तान दुनिया में सबसे ज्यादा अंतरराष्ट्रीय आतंकी संगठनों और व्यक्तियों का संरक्षक है।
पाकिस्तान पर तुरंत की जाए कार्यवाई
भारत ने कहा, ‘हम पाकिस्तान से तकनीकी कुतर्कों में उलझने के बजाय मुंबई हमलों के अपराधियों पर विश्वसनीय और सत्यापन योग्य कार्रवाी करने की मांग करते हैं।’ 26-11 के पीड़ित अभी भी न्याय के लिए 15 साल इंतजार कर रहे हैं। दक्षिण एशिया में शांति के लिए पाकिस्तान की कार्रवाई तीन भागों में होनी चाहिए। पहले तो बॉर्डर पार आतंकवाद को फैलाना और आतंकवाद से जुड़े निर्माणों को तुरंत बंद करना चाहिए। दूसरा, भारत के अवैध और जबरन अधिग्रहण किए गए क्षेत्रों को रिहा करे। वहीं तीसरा, पाकिस्तान ने अल्पसंख्यकों के खिलाफ मानवाधिकार उल्लंघन पर प्रतिबंध लगाया।
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