
भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि यानि आज के दिन हरतालिका तीज का त्यौहार मनाया जाता है। हरतालिता तीज का व्रत सुहागिन महिलाएं पति की लंबी आयु की कामना के लिए रखती है। हरतालिका तीज पर रात भर जागरण कर गौरीशंकर की पूजा का विधान है। आज के दिन प्रदोष काल में पूजा का विशेष महत्व है। इस दौरान महिलाएं 24 घंटे का निर्जला उपवास पर करेंगी और भगवान शिव मां पार्वती की पूजा-अर्चना करेंगी। इसके बाद अगले दिन व्रत का पारण किया जाएगा। आइए जानते हैं हरतालिका तीज पर कैसे करें पूजा और कब है पारण करने का समय?
हरतालिका तीज 2022 तिथि व शुभ मुहूर्त
उदयातिथि के अनुसार हरतालिका तीज का व्रत 30 अगस्त को रखा जाएगा। पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 6 बजकर 30 मिनट पर शुरू होगा औश्र 8 बजकर 33 मिनट तक रहेगा। वहीं प्रदोष पूजा सायंकाल में 6:33 बजे से रात 8:51 बजे तक की जा सकती है।
हरतालिका तीज पूजा विधि
हरतालिका तीज का व्रत करने वाली सुहागन इस दिन सुबह स्नान करने के पश्चात हरे रंग की साड़ी पहने। इस व्रत पर बालू रेत से भगवान गणेश, भगवान शिव और माता पार्वती की प्रतिमाएं बनाएं। प्रतिमा बनाने के बाद भगवान गणेश, भगवान शिव, माता पार्वती को एक चौकी पर स्थापित करें।
इसके बाद उस चौकी पर एक चावलों से अष्टदल कमल बनाएं और उस पर कलश की स्थापना करें. कलश की स्थापना करने से पहले उसमें जल, अक्षत, सुपारी और सिक्के डालें। चौकी पर पान के पत्ते रखकर अक्षत रखें। इसके बाद भगवान गणेश, भगवान शिव और माता पार्वती को स्नान कराएं। उसके आगे घी का दीपक और धूप जलाएं। इसके बाद भगवान गणेश और माता पार्वती को कुमकुम का तिलक लगाएं। भगवान शिव को चंदन का तिलक लगाएं।
अब फूल व माला चढ़ाएं, इसके बाद भगवान शिव को सफेद फूल अर्पित करें। इसके बाद भगवान गणेश को दूर्वा और भगवान शिव को बेलपत्र, धतूरा, भांग और शमी के पत्ते अर्पित करें। इसके बाद सभी भगवानों को कलावा अर्पित करें और भगवान गणेश और भगवान शिव को जनेऊ अर्पित करें। बाद माता पार्वती को श्रृंगार की वस्तुएं अर्पित करें, इसके बाद बाद सभी भगवानों को फल अर्पित करें. फल अर्पित करने के बाद हरतालिक तीज की कथा पढ़ें या सुनें।
कब करें हरतालिका तीज व्रत का पारण
हरतालिका तीज पर 24 घंटे के लिए निर्जला व्रत रखा जाता है। धार्मिक मान्यता है कि हरतालिका तीज व्रत का पारण अगले दिन सूर्योदय से पूर्व इस व्रत की आखिरी पूजा के बाद किया जाता है। इस साल हरतालिका तीज व्रत का पारण 31 अगस्त 2022 को किया जाएगा।
पारण में शामिल करें ये चीजें
हरतालिका तीज के अगले दिन पारण किया जाता है। मान्यता है कि चतुर्थी तिथि लगने के बाद ही पारण करना चाहिए। व्रत का पारण कभी भी नमकयुक्त भोजन से नहीं करना चाहिए। आप पानी, शरबत, फल या मीठे से व्रत खोलें। पारण में धीरे-धीरे पानी पिएं। फिर किसी मीठी चीज का सेवन करें। मीठी चीज का सेवन करने और प्रसाद ग्रहण करने के बाद ही नमक से बना भोजन मुंह में डालें।