
दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रगति मैदान में एकीकृत ट्रांजिट कॉरिडोर परियोजना का (Pragati Maidan Tunnel inaugurate) निरीक्षण किया। पीएम ने प्रगति मैदान में एकीकृत ट्रांजिट कॉरिडोर परियोजना की मुख्य सुरंग और 5 अंडरपास का उद्घाटन किया।
PM ने इस दौरान अपने संबोधन में कहा आज दिल्ली को केंद्र सरकार की तरफ़ से आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर का उपहार मिला है। इतने कम समय में इस कॉरोडोर को तैयार करना आसाना नहीं था। जिन सड़कों के आसपास यह कॉरिडोर बना है, वे सड़कें दिल्ली की सबसे व्यस्त सड़कें हैं। इस सभी मुश्किलों के बीच कोरोना आ गया। लेकिन, यह नया भारत है। समस्याओं का समाधान भी करता है, नए संकल्प भी लेता है और उन संकल्पों को सिद्ध करने के लिए प्रयास भी करता है।
दिल्ली को केंद्र सरकार की तरफ़ से आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर का मिला उपहार
पीएम मोदी बोले (Pragati Maidan Tunnel inaugurate) देश की राजधानी में विश्व स्तरीय कार्यक्रमों के लिए ‘स्टेट ऑफ द आर्ट’ सुविधाएं हों, एक्जीबिशन हॉल हों, इसके लिए भारत सरकार निरंतर काम कर रही है। दिल्ली-NCR में बढ़ते मेट्रो के नेटवर्क की वजह से अब हजारों गाड़ियां सड़कों पर कम चल रही हैं। इससे भी प्रदूषण को कम करने में बहुत मदद मिली है। ईस्टर्न और वेस्टर्न पेरिफेरल से भी दिल्ली को मदद मिली है। ‘गतिशक्ति मास्टरप्लान’ सबको साथ लेकर, सबको विश्वास में लेकर, सबका प्रयास का ही एक माध्यम बन गया है। कोई प्रोजेक्ट लटके नहीं, सारे विभाग तालमेल से काम करें, हर विभाग को पूरी जानकारी हो, इस सोच को लेकर गतिशक्ति का निर्माण हुआ है।
दिल्ली की समस्याओं के समाधान के लिए हमने अभूतपूर्व कदम उठाए
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Pragati Maidan Tunnel inaugurate) ने दिल्ली में प्रगति मैदान ‘इंटीग्रेटेड ट्रांजिट कॉरिडोर’ के तहत लॉन्च की गई ITPO की नई सुरंग में कूड़ा उठाया। उन्होनें कहा कि देश की राजधानी में विश्व स्तरीय कार्यक्रमों के लिए state of the art सुविधाएं हों, एक्जीबिशन हॉल हों, इसके लिए भारत सरकार निरंतर काम कर रही है। पिछले वर्ष मुझे डिफेंस कॉम्प्लेक्स के लोकार्पण का भी अवसर मिला था। हमारे देश का दुर्भाग्य है कि बहुत सी अच्छी चीजें, अच्छे उद्देश्य से की गई चीजें, राजनीति के रंग में फंस जाती हैं। दिल्ली-एनसीआर की समस्याओं के समाधान के लिए बीते 8 सालों में हमने अभूतपूर्व कदम उठाए हैं। बीते 8 सालों में दिल्ली-एनसीआर में मेट्रो सेवा का दायरा 193 किलोमीटर से करीब 400 किलोमीटर तक पहुंच चुका है।