
ग्यारहवें ज्योर्तिलिंग भगवान श्री केदारनाथ धाम के कपाट आज शुक्रवार को विधि विधान से तीर्थयात्रियों के लिए खुल गए हैं। शुक्रवार को आज प्रात: 6 बजकर 26 मिनट पर जय केदार के जयकारों के बीच भगवान केदारनाथ के कपाट भक्तों के दर्शनार्थ खुल गए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम से पहली पूजा की गई। वहीं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पूजा-अर्चना कर बाबा केदार का आशीर्वाद लिया।
केदार बाबा की डोली गौरीकुंड से गुरुवार शाम को केदारनाथ पहुंच गई। इस मौके पर मंदिर को फूलों से सजाया गया है। गौरीकुंड से केदारनाथ पहुंची डोली यात्रा में सैकड़ों की संख्या में भक्त भी बाबा के जयकारों के साथ पहुंचे। वहीं क्षमता से ज्यादा श्रद्धालु पहुंचने से अफरा-तफरी का माहौल बन गया है। जिसके बाद हजारों श्रद्धालुओं को गौरीकुंड पर रोक दिया गया है। हालांकि शुक्रवार सुबह सभी को केदारनाथ जाने की अनुमति दे दी है।
आज के लिए 12 हजार पंजीकरण
पहले दिन केदारनाथ जी के दर्शन करने के लिए 12 हजार तीर्थयात्रियों ने पंजीकरण कराया है। पंजीकरण सत्यापन के उपरांत ही तीर्थयात्री दर्शन कर पाएंगे। अभी तक पंजीकरण का कार्य सुचारु रूप से चल रहा है। यात्रा मार्ग पर सभी व्यवस्थाएं सुचारु कर दी गई हैं। यात्रा के दौरान तीर्थयात्रियों को किसी प्रकार की असुविधा न हो, इस पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
मान्यता है कि बाबा केदारनाथ जगत कल्याण के लिए 6 महीने समाधि में रहते हैं। मंदिर के कपाट बंद होने के अंतिम दिन चढ़ावे के बाद सवा क्विंटल भभूति चढ़ाई जाती है। कपाट खुलने के साथ ही बाबा केदार समाधि से जागते हैं। इसके बाद भक्तों को दर्शन देते हैं।