Advertisement

America: भारत के लिए कनाडा को ठहराया जिम्मेदार, कहा- हम दोनों देशों के संपर्क में हैं

America: भारत के लिए कनाडा को ठहराया जिम्मेदार, कहा- हम दोनों देशों के संपर्क में हैं

America: भारत के लिए कनाडा को ठहराया जिम्मेदार, कहा- हम दोनों देशों के संपर्क में हैं

Share
Advertisement

व्हाइट हाउस ने भारत और कनाडा के बीच मुकदमे को खारिज कर दिया। इसके अलावा आरोप लगाया गया कि निज्जर हत्याकांड में भारत के शामिल होने का आरोप लगाने पर अमेरिका ने कनाडा को फटकार लगाई थी। जिसे अब अमेरिका ने पूरी तरह से खारिज कर दिया है। ऐसा कहा गया कि अमेरिका कनाडा को भारत के साथ करीबी रिश्ते बनाने के लिए महज फटकार लगा रहा है।

Advertisement

व्हाइट हाउस की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की निगरानी कर रही एड्रिएन वॉटसन ने बुधवार 20 सितंबर को कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका इस मुद्दे पर कनाडा के साथ समन्वय और परामर्श कर रहा है और भारत सरकार के साथ भी चर्चा कर रहा है। वॉटसन ने ट्वीट कर कहा कि ऐसी खबरें हैं कि हमने कनाडा को फटकार लगाई है। यह झूठ है। हम दोनों देशों से इस बारे में बात कर रहे हैं। इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा था कि अमेरिका इस मुद्दे को पारदर्शी तरीके से हल करना चाहता है। किर्बी ने कहा कि आरोप गंभीर हैं। निरीक्षण के बाद ही कुछ चाहिए। किर्बी ने भारत से जांच में सहयोग करने का भी आह्वान किया।

कनाडाई प्रधानमंत्री ने की भारत सरकार की आलोचना

विदेशी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने सोमवार को दावा किया कि नज्जर की हत्या के पीछे भारत सरकार का हाथ हो सकता है। प्रधान मंत्री ट्रूडो ने कहा कि कनाडाई सुरक्षा अधिकारियों के पास यह मानने का कारण है कि भारत सरकार के एजेंटों ने नज्जर की हत्या कर दी। कनाडाई अधिकारी बढ़ई की हत्या की भारतीय साजिश की संभावना की जांच कर रहे हैं। प्रधान मंत्री ट्रूडो ने जोर देकर कहा कि कनाडाई धरती पर कनाडाई नागरिकों की हत्या में कोई भी संलिप्तता अस्वीकार्य है।

ग्रेट ब्रिटेन ने भी व्यक्त की प्रतिक्रिया

एक दिन पहले ब्रिटिश विदेश सचिव क्लेरेंस ने ट्वीट किया था कि सभी देशों को दूसरे देशों की संप्रभुता और उनके कानूनों का सम्मान करना चाहिए। कनाडाई संसद में नज्जर की हत्या के संबंध में भारत के खिलाफ आरोपों को लेकर हम कनाडा सरकार के साथ नियमित संपर्क में हैं। यहां बड़ा मुद्दा यह है कि कनाडाई कानून प्रवर्तन को इस मामले की जांच करनी चाहिए और आरोपियों को न्याय के कटघरे में लाना चाहिए। उन्होंने कहा कि बिना जांच रिपोर्ट के इस मामले पर टिप्पणी करना अनुचित होगा।

यह भी पढ़ेंः https://hindikhabar.com/politics/un-hope-all-parties-will-come-together-to-implement-womens-reservation-law/

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *