Advertisement

शिवपाल यादव के वो 5 बड़े बयान जो अखिलेश कभी नहीं चाहेंगे सुनना?

Share

शिवपाल यादव (Shivpal Yadav) ने मीडिया से बातचीत में कहा था कि वक्त आएगा तो फैसला लूंगा और सबको बताउंगा अभी उनकी पार्टी में बातचीत चल रही है और इन परिस्थतियों की समीक्षा की जा रही है।

Shivpal Yadav
Share
Advertisement

UP Politics: यूपी में दशकों तक जमीनी पॉलिटिक्स और सत्ताधारी रहने के बावजूद अपनी आवाज को बुलंद करने में असफल रहे शिवपाल यादव (Shivpal Yadav) हमेशा किसी ना किसी वजह से राजनीतिक गलियारों में चर्चा में रहते है। कभी अपने भतीजे से नाराजगी को लेकर तो कभी शिवपाल यादव का भाजपा पार्टी में जाने को लेकर माहौल गर्म रहता है। लेकिन प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (प्रसपा) का गठन करने वाले शिवपाल यादव ने कुछ ऐसे 5 बड़े बयान दिए हुए है जो शायद अखिलेश कभी नहीं सुनना चाहेंगे।

Advertisement

Shivpal Yadav के 5 बड़े बयान जो अखिलेश कभी नहीं चाहेंगे सुनना?

1. शिवपाल यादव ने  ट्विटर पर कवर फोटो बदलकर लिखा ‘हैं तैयार हम’।

2. नेताजी और अखिलेश यादव चाहते तो आजम खान जेल से बाहर होते।

3. अखिलेश यादव को लगता है कि मैं भाजपा के संपर्क में हूं तो मुझे विधानमंडल दल से निकाल क्यों नहीं देते?

4. मैं समाजवादी पार्टी के 111 विधायकों में से एक हूं। BJP से संपर्क को लेकर उन्हें मुझे निकालने का अधिकार है।

5. उचित समय आने दीजिए, आपको अपना निर्णय बता दूंगा। कहां जा रहा हूं? क्या कर रहा हूं?

आजम खान को 72 केसों में से 71 में मिली जमानत, क्या जल्द जेल से आएंगे बाहर?

साथ ही आपको बता दें कि समाजवादी पार्टी में उथल-पुथल और पार्टी में अंदरूनी कलह बढ़ती जा रही है। जेल में दो साल से बंद सपा विधायक आजम खान (Azam Khan) से मिलने प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष शिवपाल यादव (Shivpal Yadav) ने आज सीतापुर जेल पहुंचकर मुलाकात की है। यह मुलाकात ऐसे वक्ते में हुई जब शिवपाल ने बगावती रुख अपना रखा है जबकि आजम खान के समर्थक अखिलेश पर अनदेखी का आरोप लगा रहे हैं।

क्या शिवपाल और आजम खान मिलकर बनाएंगे नई पार्टी ?

साथ ही शिवपाल यादव (Shivpal Yadav) ने मीडिया से बातचीत में कहा था कि वक्त आएगा तो फैसला लूंगा और सबको बताउंगा अभी उनकी पार्टी में बातचीत चल रही है और इन परिस्थतियों की समीक्षा की जा रही है। गौरतलब है कि यूपी चुनाव के नतीजे आने के बाद से समाजवादी पार्टी में लगातार कलह जारी है। अखिलेश यादव ने जब विपक्ष का नेता चुनने के लिए विधायक दल की बैठक बुलाई तो उसमें शिवपाल को न्योता नहीं दिया गया था।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *