Bhangarh : राजस्थान का भूतिया किला भानगढ़, क्या है इसके बर्बाद होने की कहानी ?

Bhangarh

Bhangarh

Share

Bhangarh : राजस्थान के अलवर और जयपुर जिले के बीच में बना भानगढ़ किला, जो कि भूतिया जगह होने की वजह से जाना जाता है। यह किला 1583 में आमेर के राजा भगवंत दास द्वारा बनवाया गया था। अब इस जगह को पर्यटन स्थल बना दिया गया है। यहां बड़ी तादाद में लोग घूमने आते है। लोगों का मानना है कि यह जगह भूतों का बसेरा है। शाम होने के बाद यहां कोई नहीं रुकता। ऐसा कहा जाता है कि सूरज ढलने के बाद जो भी इस किले में रुका है वह कभी जिंद्दा नहीं लौटा। भानगढ़ के नष्ट होने की कहानी जुड़ी है एक तांत्रिक से।

तांत्रिक ने दिआ श्राप

एक तांत्रिक के श्राप ने पूरा भानगढ़ नष्ट कर दिया। इस तांत्रिक का नाम था सिंधिया, जिसने मरते समय भानगढ़ और भानगढ़ की राजकुमारी रत्नावती के नाश होने का श्राप दे दिया। भानगढ़ की राजकुमारी रत्नावती बहुत सुंदर थी और उनकी इसी सुंदरता पर एक तांत्रिक मोहित हो गया था। तांत्रिक ने राजकुमारी को पाने के लिए एक तरीका अपनाया, जिसके अनुसार उसने राजकुमारी के लिए जाने वाले इत्र पर जादू कर दिया। जो भी इस इत्र को लगाता वो जादू की वजह से खुद ही तांत्रिक के पास खिचा चला आता। मगर, इत्र ले जाते वक्त वह रास्ते में ही एक पत्थर पर गिर गया, जिसके कारण इत्र उस पत्थर पर फैल गया। इसके बाद जादू से प्रभावित वह पत्थर लुड़क कर तांत्रिक की ओर तेजी से आने लागा। उस पत्थर ने तांत्रिक को कुचल दिआ, लेकिन तांत्रिक मरने से पहले भानगढ़ और भानगढ़ की राजकुमारी रत्नावती को नष्ट होने का श्राप दिआ। इसके बाद भानगढ़ में भूतों ने अपना बसेरा डाल लिया।

भानगढ़ किले के आस – पास रहने वाले और नज़दीक से गुज़रने वाले लोगों का कहना है कि इस किले से पायल बजने और घुघरों के गूंजने की आवाज़ सुनाई देती है।

यह भी पढ़ें : http://New Vrindaban Temple : वेस्ट वर्जीनिया के न्यू वृंदावन से क्यों निष्कासित किए गए कीर्तनानंद स्वामी ?

Hindi Khabar App: देश, राजनीति, टेक, बॉलीवुड, राष्ट्र,  बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल, ऑटो से जुड़ी ख़बरों को मोबाइल पर पढ़ने के लिए हमारे ऐप को प्ले स्टोर से डाउनलोड कीजिए. हिन्दी ख़बर ऐप