बांग्लादेश (Bangladesh) की प्रधानमंत्री शेख हसीना (Sheikh Hasina) सोमवार यानी 5 सितंबर को भारत की चार दिवसीय राजकीय यात्रा के लिए दिल्ली पहुंचीं। राजधानी पहुंचने पर बांग्लादेश की प्रधानमंत्री का शानदार स्वागत किया गया।
यात्रा के दौरान, हसीना बहुआयामी संबंधों को और मजबूत करने और जल प्रबंधन, रेलवे और विज्ञान और प्रौद्योगिकी जैसे क्षेत्रों में कम से कम सात द्विपक्षीय समझौतों पर हस्ताक्षर करने के लिए भारत के शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात करेंगी।
हसीना का उनके भारतीय समकक्ष नरेंद्र मोदी जल्द ही औपचारिक रूप से स्वागत करेंगे और उन्हें औपचारिक गार्ड ऑफ ऑनर दिया जाएगा।
इसके बाद प्रधानमंत्री शेख हसीना राजघाट पर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देंगी। बांग्लादेश पीएम हसीना के यात्रा कार्यक्रम के अनुसार, वह भारतीय राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ से मुलाकात करेंगी और प्रधानमंत्री मोदी के साथ द्विपक्षीय परामर्श भी करेंगी।
बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना दिल्ली पहुंचीं। वे अपनी 4 दिवसीय भारत यात्रा पर हैं। pic.twitter.com/LFRgiJs0GE
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 5, 2022
शेख हसीना आखिरी बार अक्टूबर 2019 में भारत दौरे पर आई थी। इस दौरे पर वह भारत के विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर से भी मुलाकात करेंगी।
प्रधानमंत्री हसीना का भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) द्वारा आयोजित एक व्यावसायिक कार्यक्रम में भी भाग लेने का कार्यक्रम है।
वह 1971 में बांग्लादेश के मुक्ति संग्राम के दौरान शहीद और गंभीर रूप से घायल हुए 200 भारतीय सशस्त्र बलों के जवानों के वंशजों के लिए बांग्लादेश सरकार की पहल के तहत, मुजीब छात्रवृत्ति भी प्रदान करेगी। बता दें कि वह बांग्लादेश के पहले प्रधानमंत्री शेख मुजीबुर रहमान की बेटी है। हसीना के साथ भारत आने वाले अन्य औपचारिक लोगों में बांग्लादेश के विदेश मंत्री डॉ एके अब्दुल मोमेन भी शामिल हैं।
इन मुद्दों पर होंगे भारत-बांग्लादेश में समझौते
मोमेन के अनुसार, हसीना और उनके भारत के पीएम नरेंद्र मोदी के बीच बातचीत के दौरान सुरक्षा सहयोग, निवेश, आपसी व्यापार संबंध, बिजली और ऊर्जा क्षेत्र में सहयोग, साझा नदियों के जल बंटवारे, जल संसाधन प्रबंधन, सीमा प्रबंधन और मादक पदार्थों की तस्करी और मानव तस्करी से संबंधित मुद्दों को प्राथमिकता मिलने की संभावना है।
मोमेन ने यह भी कहा कि यात्रा के दौरान जिन समझौतों पर हस्ताक्षर होने की उम्मीद है, वे जल प्रबंधन, रेलवे, विज्ञान और प्रौद्योगिकी और सूचना और प्रसारण पर होंगे। विदेश मंत्री ने कहा कि ढाका को उम्मीद है कि उच्च स्तरीय यात्रा “हमारे लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद” के लिए बहुत सफल होगी।
पिछले दिनों एक इंटरव्यू में शेख हसीना ने कहा था कि रोहिंग्या मुस्लिम उनके लिए एक ‘बड़ा बोझ’ है और वह इस मुद्दे पर कई देशों से परामर्श कर रही है ताकि रोहिंग्या मुसलमानों को उनके घर वापस भेजा जा सके। हसीना ने भी कहा कि उनकी अर्थव्यवस्था अभी भी मजबूत है और उसका हाल श्रीलंका जैसा नहीं होगा क्योंकि बंगलदेश ने समय पर अपना ऋण चुकाया है।