Atychiphobia : कुछ नया करने से पहले ही लगता है असफलता का डर, तो हो सकता है एटिचीफोबिया

Atychiphobia

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Atychiphobia : फोबिया एक प्रकार का मस्तिष्क चिंतन विकार है। जिस व्यक्ति को फोबिया होता है, वह अपने मस्तिष्क में किसी भी चीज या स्थिति को लेकर डर को विकसति कर लेते हैं। यह डर इस हद तक बढ़ जाता है कि जब भी आप उस चीज या स्थिति को महसूस करते परेशान करने लगता है।

एटिचीफोबिया भी उसी प्रकार है। इस फोबिया में व्यक्ति असफलता से डर लगता है। यह एक गंभीर मनोवैज्ञानिक स्थिति है। जिसमें व्यक्ति असफलता के कारण से अत्याधिक डर और चिता से गुज़रता है। एटिचीफोबिया के चलते व्यक्ति किसी भी प्रकार का काम या चुनौती को लेने से डरते हैं। उन्हें लगता है कि वह सफल नहीं हो पाएंगे। यह फोबिया व्यक्ति के जीवन को कई प्रकार से प्रभावित करता है।

जिन लोगों में अपने अतीत में असफलता का दर्दनाक अनुभव किया होता है, वे लोग एटिचीफोबिया के शिकार हो सकते हैं। यह भय व्यक्ति को कोई भी नया प्रयास और चुनौती को करने से रोकता है। जिससे आप फिर से असफल होने की स्थिति से बच सकते हैं। एटिचीफोबिया के डर के कारण व्यक्ति अपना आत्म – संयम भी खो सकता है। एटिचीफोबिया का उपचार मनोवैज्ञानिक चिकित्सा और एक्सपोजर थेरेपी की मदद से संभव है।

एटिचीफोबिया के कारण

समाज या परिवार द्वारा असफलता पर मिलने वाले अपमान के कारण व्यक्ति डरने लगता है। किसी भी काम को करने का खुद पर भरोसा विकसित न हो पाना। पहले कभी किसी काम या पेशेवर में असफल होने पर प्रताड़ित होने के कारण।

एटिचीफोबिया के लक्षण

एटिचीफोबिया के कुछ लक्षण हैं, जिन से यह समझा जा सकता है कि वह एटिचीफोबिया से ग्रस्त है कि नहीं। नकारात्मक सोच, अत्याधिक चिंता करना और निर्णय लेने में कठिनाई होना जैसे लक्षण आप देख सकते हैं।

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