शेख हसीना के भारत दौरे के बीच असम सीएम हेमंत बिस्वा शर्मा ने उठाई ‘अखंड भारत’ की मांग

तमिलनाडु के कन्याकुमारी में बुधवार से कांग्रेस की भारत जोड़ी यात्रा (Bharat Jodo Yatra) शुरू होने के बीच भाजपा ने पार्टी पर गांधी परिवार का नियंत्रण बनाए रखने के लिए पूरे अभियान को “परिवार बचाने वाला अभियान” बताया है। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने भी अभियान पर हमला करते हुए कहा कि देश पहले से ही एकजुट है और अगर राहुल गांधी चाहते तो वह “अखंड भारत” के लिए भारत को पाकिस्तान और बांग्लादेश के साथ फिर से मिलाने का प्रयास कर सकते हैं। इन दिनों बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना भारत दौरे पर आई है।
#WATCH | "India is intact. We're one nation. Congress disintegrated India in 1947. If Rahul Gandhi has any regret that his grandfather made a mistake, there's no use of Bharat Jodo Yatra in India. Try to integrate Pakistan, Bangladesh & work for Akhand Bharat..," says Assam CM. pic.twitter.com/W1ZbWV4rOG
— ANI (@ANI) September 7, 2022
बुधवार को मीडिया से बात करते हुए असम सीएम ने कहा, “देश कश्मीर से कन्याकुमारी तक, सिलचर से सौराष्ट्र तक एकजुट और एकीकृत है और एकीकरण की कोई आवश्यकता नहीं है।” उन्होंने कहा, ”1947 में पाकिस्तान के निर्माण के लिए देश का विभाजन हुआ और बाद में बांग्लादेश अस्तित्व में आया। अगर राहुल गांधी को अपने पूर्वजों द्वारा बनाई गई समस्या के लिए खेद है , तो उन्हें अखंड भारत के निर्माण के लिए पाकिस्तान और बांग्लादेश को भारत के साथ एकीकृत करने का प्रयास करना चाहिए … यदि उन्हें विभाजन पर कोई पछतावा है। नहीं तो कश्मीर से कन्याकुमारी तक, सिलचर से सौराष्ट्र तक देश अखंड और एकीकृत है और एकीकरण की कोई जरूरत नहीं है।
सरमा की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना 4 दिवसीय राजनयिक यात्रा पर देश में हैं। बांग्लादेश के पीएम ने मंगलवार को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और दोनों देशों के बीच संबंधों को बढ़ावा देने के लिए सात समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए।
कांग्रेस प्रवक्ता जयराम रमेश ने सरमा की टिप्पणी का जवाब देते हुए कहा कि असम के मुख्यमंत्री भाजपा के “हाल के प्रवासी” थे और उन्हें अपनी वर्तमान पार्टी के प्रति अपनी वफादारी साबित करने के लिए इस तरह के बयान देने पड़ रहे है।
जयराम रमेश ने कहा, “सरमा पहले कांग्रेस के सदस्य थे। “मैं असम के सीएम को गंभीरता से नहीं लेता, क्योंकि उन्हें 20-25 साल कांग्रेस का हिस्सा रहने के बाद हर दिन अपनी वफादारी साबित करनी पड़ती है। वह हाल ही में बीजेपी में आए हैं, इसलिए उन्हें हर दिन अपमानजनक बयान देना पड़ता है।” रमेश ने कहा, “मुझे लगता है कि असम के मुख्यमंत्री बचकाने, अपरिपक्व हैं।”जब रमेश की टिप्पणियों का जवाब देने के लिए कहा गया तो सरमा ने शब्दों का द्वन्द जारी रखा और पूछा “वह कौन है?”