
डॉ एपीजे अब्दुल कलाम, भारत के 11वें राष्ट्रपति, जिन्हें भारत के ‘मिसाइल मैन’ के नाम से जाना जाता है। जो लाखों भारतीयों के लिए एक प्रमुख प्रेरणा है। 27 जुलाई को भारत एपीजे अब्दुल कलाम की पुण्यतिथि (APJ Abdul Kalam Death Anniversary) मनाता है। आईआईएम शिलांग में व्याख्यान देने के दौरान दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हो गया।
डॉ एपीजे अब्दुल कलाम का जन्म 15 अक्टूबर 1931 को रामेश्वरम में हुआ था। उनका पूरा नाम डॉक्टर अबुल पाकिर जैनुल्लाब्दीन अब्दुल कलाम था। डॉ एपीजे अब्दुल कलाम ने एक एयरोस्पेस वैज्ञानिक होने के साथ ही 2002 से 2007 तक भारत के 11 वें राष्ट्रपति की भुमिका निभाई है। एपीजे अब्दुल कलाम को विज्ञान की दुनिया में उनके योगदान के लिए सम्मानित किया जाता है।
आज 26 जुलाई को हम एपीजे अब्दुल कलाम की पुण्यतिथि मनाते हैं, तो आइए आज हम “भारत के मिसाइल मैन” की सातवीं पुण्यतिथि में उनके बारे में कुछ कम ज्ञात तथ्यों पर नजर डालें।
- एपीजे कला पोखरण-II परमाणु परीक्षणों में महत्वपूर्ण भागीदारी के बाद देश के वरिष्ठ परमाणु वैज्ञानिक के रूप में उभरे।
- अब्दुल कलाम पहले राष्ट्रपति थे जिन्होंने कभी शादी नहीं की। वह एक धर्मनिष्ठ मुसलमान थे, जिन्होंने कभी मांस नहीं खाया था। वे पूर्ण शाकाहारी थे।
- वह गर्मजोशी से भरे हुए व्यक्ति थे। कलाम ने अपना पूरा वेतन प्रधानमंत्री के मुख्य वैज्ञानिक सलाहकार के रूप में दिया। उन्होंने ट्रस्ट की स्थापना की।
- दिलचस्प बात यह है कि देश के 11वें राष्ट्रपति के पास कभी टेलीविजन नहीं था। किताबें, एक वीणा, कुछ परिधान, एक सीडी प्लेयर और एक लैपटॉप उनके निजी सामानों में से रहे।
- देश के राष्ट्रपति बनने के साथ-साथ कलाम को लेखन का भी शौक था। अपने जीवनकाल में उन्होंने लगभग 18 उपन्यास, 22 कविताएँ और चार गीत लिखे।
- एपीजे अब्दुल कलाम को 40 भारतीय और अंतर्राष्ट्रीय विश्वविद्यालयों द्वारा मानद उपाधियों से सम्मानित किया गया।
- अब्दुल कलाम की आत्मकथा का 13 भाषाओं में अनुवाद हो चुका है। यह शुरू में अंग्रेजी में प्रकाशित हुआ था, लेकिन पुस्तक की सफलता और उनके जीवन में सार्वजनिक रुचि के कारण, इसका फ्रेंच और चीनी सहित 13 भाषाओं में अनुवाद किया गया था। उन पर छह जीवनियां भी लिखी गई हैं।