Aligarh: प्रशासन की शह पर हो रहा है पशुओं का अवैध कटान, जानें पूरा मामला

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UP: अलीगढ़ के थाना टप्पल कस्बा में सालों से प्रशासन की लापरवाही के चलते पशुओं का अवैध कटान तथा खुला मीट का पनप रहा है। अवैध कारोबार तथा टप्पल से अवैध पशुओं को काटकर जेवर तथा खैर जट्टारी तक टेंपो के माध्यम से मीट सप्लाई किया जा रहा है। तो वहीं पर नाबालिक बच्चों द्वारा मैक्स गाड़ियों से मीट लादकर अन्य जगह भी सप्लाई किया जा रहा है। सप्लायर मीट वाहन पर ना तो नंबर होते हैं ना कोई लाइसेंस होता है।

लगातार पशु क्रूरता अधिनियम के तहत टप्पल पुलिस के हलका इंचार्ज इस बात से बेफिक्र है। लगातार शिकायत होने पर भी अभी तक टप्पल पुलिस या जिले पर बैठे आला अधिकारियों के द्वारा कोई भी कार्यवाही नहीं की गई। इससे अवैध कट्टी कर रहे तथा अवैध दुकान चला रहे खुला मीट बेक रहे लोगों पर लगाम लगाने में विफल नजर आ रहा है।

अलीगढ़ जिला प्रशासन अलीगढ़ जिला प्रशासन तथा मुख्यमंत्री आदित्य योगी नाथ जी पर भी पोर्टल के माध्यम से शिकायत करने पर टप्पल पुलिस को जांच के आदेश देने पर भी टप्पल पुलिस के द्वारा पशुओं का अवैध कटान तथा अवैध मीट को खुला बिक रहा है। लेकिन टप्पल हल्का इंचार्ज द्वारा कोई भी कार्यवाही नहीं की जाती है।

कुलदीप शर्मा प्रधानाध्यापक जमुना खंड प्राइमरी विद्यालय-टप्पल

वहीं पर अगर शिक्षा की बात की जाए तो शिक्षा के नाम पर बच्चे नियम अनुसार डेली अपने अपने स्कूल जाते हैं। लेकिन स्कूल ऐसी जगह है, यहां पर यह खुला मीट तथा मीट की दुकान है उस रास्ते पर पड़ती है। जबकि बच्चों को निकलने में बच्चों के पैर तक खून में समझाते हैं। इसी से लेकर अनेक बार उन्होंने अपने प्रधानाध्यापक से शिकायत की है लेकिन प्रधान अध्यापक द्वारा भी अनेक बार शिकायत की गई है। लेकिन टप्पल पुलिस की लापरवाही चलते स्कूल के छोटे-छोटे बच्चों में पशु के अवैध कटान को लेकर तथा गली में खून पड़े होने को तथा नाली में गंदगी को लेकर डर का माहौल पैदा हो गया है।

वहीं पर स्कूल के बच्चे इस बात को लेकर मीडिया से रूबरू हुए उन्होंने बताया कि जिस गली से हम निकल कर आते हैं। उस गली में रास्ते में मीट के टुकड़े पड़े रहते हैं तथा सड़कों पर खून पड़ा रहता है, जिससे आए थे ना हम गिर जाते हैं जिसके कारण हमारे बैग तथा ड्रेस बेकार हो जाती है लेकिन इस बात से साफ अंदाजा लगाया जा सकता है कि फिर नन्हे-मुन्ने बच्चों पर जो इस पशु क्रूरता तथा खुल्ला मीट देखने पर टप्पल कस्बा में भय का माहौल पैदा हो गया है अब इन बच्चों को आखिर जिला प्रशासन कब तक इन अवैध पशुओं तथा खुला मीट्स पर कब तक लगाम लगाएगा जबकि इनके पास ना कोई लाइसेंस है ना कोई प्रमाणपत्र है जिसको लेकर इनमें इतना उतावलापन है कि यह किसी की बात को नहीं मानते है।

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