Aligarh: होली के रंग से बचाने के लिये आधा दर्जन मस्जिदों को तिरपाल से ढका

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अलीगढ़(Aligarh) में पहली बार आधा दर्जन मस्जिदों को तिरपाल से ढका गया है। ये मस्जिद थाना देहली गेट, बन्ना देवी और थाना कोतवाली इलाकों में है। होली के त्योहार को देखते हुए हर साल कोतवाली क्षेत्र की मस्जिद रंगरेजान को लगभग 6 सालों से एहतियात के तौर पर त्रिरपाल से ढका जाता था। लेकिन इस बार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा आयोजित जुलूस और मेला कार्यक्रम को देखते हुए प्रशासन ने अब्दुल करीम चौराहे से लेकर देहली गेट चौराहे तक की कई मस्जिद को ढकवा दिया है।

रंग न पड़ने के कारण तिरपाल से ढके मस्जिद

बताया जा रहा है कि होली के रंग मस्जिद पर न पड़े इसलिए ढका गया है। पिछले पांच-छह सालों से यहां मस्जिद ढकी जा रही हैं। इससे पहले यह कवायद नहीं होती थी। हालांकि प्रशासन भी एहतियात के तौर पर मस्जिद को ढकवा देती है। दरअसल यह इलाके बेहद संवेदनशील है। पिछले 5-6 सालों से यह रिवाज चला आ रहा है जब एक मस्जिद को रंगों से बचाने के लिए तिरपाल डाल कर ढक दी जा रही है।

मस्जिद को ढकने वाले सलीम ने बताया कि चौराहा सब्जी मंडी, कन्वरी गंज, अंसारी मस्जिद और देहली गेट चौराहे के पास बनी मस्जिदों को ढका गया है। पहले केवल अब्दुल करीम चौराहे की मस्जिद को ढका जाता था लेकिन इस बार मेला और जुलूस निकल रहा है और इसमें कुछ असामाजिक तत्व भी होते हैं। कोई नशे में मस्जिदों पर रंग न फेंक दें। इसलिए सुरक्षा के लिहाज से करीब आधा दर्जन मस्जिदों को ढका गया।

सुरक्षा को मद्देनजर रखते हुए लिया गया फैसला

लोगों ने बताया कि जबसे योगी सरकार बनी है तब से सुरक्षा के मद्दे नजर मस्जिद को ढकी जा रही है। हालांकि इन इलाकों में पुलिस भी तैनात होती है। लेकिन फिर भी मस्जिद पर रंग न पड़े, इसलिए कई इलाकों में मस्जिदों को ढका गया है। वहीं कुछ लोग मानते हैं कि मस्जिद नमाज की जगह है। इसलिए इसे पाक साफ बनाए रखने के लिए ढका गया है। प्रशासन भी इसमें सहयोग करता है। मुस्लिम समाज के लोगो का कहना है कि जब से योगी सरकार बनी है। तभी से यह एहतियात के तौर पर मस्जिद ढकी जा रही है।

अलीगढ़ से संदीप शर्मा की रिपोर्ट

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