जातिगत जनगणना पर बोले तेजस्वी… ‘BJP कराना ही नहीं चाहती’, अखिलेश बोले… ‘समाज को जोड़ेगी, बांटेगी नहीं’
Akhilesh and Tejashwi to BJP: RSS की बैठक में जातिगत जनगणना वाले बयान पर सियासी पार्टियों ने हंगमा शुरू कर दिया है. समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने इस मुद्दे पर अब बीजेपी को घेरना शुरू कर दिया है. तेजस्वी यादव ने कहा कि ये(BJP) नहीं चाहते कि जातिगत जनगणना हो. वहीं इस मुद्दे पर अखिलेश यादव ने कहा है कि जाति जनगणना समाज को जोड़ेगी, बांटेगी नहीं.
‘भाजपा सरकार ने साफ मना कर दिया’
बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा, यह लालू यादव की ताकत है कि आज जाति जनगणना हो या आरक्षण कोई भी खुलकर नहीं कह सकता कि ये नहीं होना चाहिए, लेकिन इनके मन में एक छिपा हुआ मकसद है कि ये नहीं चाहते कि ये हो. भाजपा सरकार ने साफ मना कर दिया है कि जाति जनगणना नहीं होनी चाहिए, सदन में मना कर दिया है। इनकी कथनी और करनी में फर्क है। आरक्षण से इनका कोई लेना-देना नहीं है, इनका असली एजेंडा है कि ये संविधान बदलना चाहते हैं।
‘सबका साथ, सबका विकास का रास्ता’
लखनऊ में समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा, जाति जनगणना सामाजिक न्याय का रास्ता है, जाति जनगणना सबका साथ, सबका विकास का रास्ता है। जाति जनगणना समाज को जोड़ेगी, बांटेगी नहीं। समाज को तोड़ने वाले अगर कहते हैं कि जाति जनगणना से समाज में दूरियां पैदा होंगी, तो ये वही कहावत है कि ‘उल्टा चोर कोतवाल को डांटे’.
आरएसएस ने क्या कहा?, जानिए…
बता दें कि आज केरल के पलक्कड़ में हुई आरएसएस की बैठक के अंतिम दिन इस मुद्दे पर मीडिया के सवालों का जवाब दिया गया. आरएसएस ने इस एक संवेदनशील मुद्दा बताते हुए कहा कि अगर सरकार चाहे तो इसे करा सकती है लेकिन इसका उद्देश्य कल्याणकारी होना चाहिए. राजनीतिक उद्देश्य से यह नहीं होनी चाहिए. चुनाव प्रचार या अन्य चुनाव के मुद्दों के लिए नहीं होना चाहिए. यह राष्ट्रीय एकीकरण के लिए बेहद अहम है.
कहा गया कि संघ इस मुद्दे पर विचार करता है और इसको लेकर चिंतित भी है. उन्होंने कहा कि जातिगत जनगणना का उद्देश्य कल्याणकारी होना चाहिए. समाज में दलितों की संख्या और उनके कल्याण के लिए सरकार जातिगत जनगणना करा सकती है. वहीं इसके आधार पर समाज को बांटने के मुद्दे पर संघ ने चिंता जताई है. कहा गया कि वह समाज की एकता और अखंडता के बारे में चिंतित है. इस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए. संघ की ओर से सामाजिक एकता के लिए सामाजिक समरसता अभियान चलाने की भी बात कही गई.
Hindi Khabar App: देश, राजनीति, टेक, बॉलीवुड, राष्ट्र, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल, ऑटो से जुड़ी ख़बरों को मोबाइल पर पढ़ने के लिए हमारे ऐप को प्ले स्टोर से डाउनलोड कीजिए. हिन्दी ख़बर ऐप