
Japan-India-Africa Forum : विदेश मंत्री एस जयशंकर ने जापान – भारत – अफ्रीका के बिजनेस फॉरम को वर्चुअली संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि भारत और जापान के बीच लोकतंत्र, स्वतंत्रता और कानून के शासन के साझा मूल्यों के साथ-साथ स्वतंत्र और ओपन इंडो-पैसिफिक के लिए एक समान दृष्टिकोण पर आधारित संबंध हैं।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि क्वाड के साथ हमारा जुड़ाव व्यापक सार्वजनिक हित के लिए विभिन्न क्षेत्रों में हमारे द्विपक्षीय संबंधों को और अधिक संपूरित एवं सुदृढ़ करता है। चूंकि वैश्विक दक्षिण आर्थिक विकास के भावी चालक के रूप में उभर रहा है।
उन्होंने कहा कि यह जरूरी है कि हम सुनिश्चित करें कि इसकी आकांक्षाओं और हितों का वैश्विक मंच पर पूर्ण प्रतिनिधित्व हो। भारत ने लगातार इस मुद्दे को आगे बढ़ाया है, चाहे वॉयस ऑफ द ग्लोबल साउथ समिट के माध्यम से हो या, वास्तव में, हमारे जी20 प्रेसीडेंसी के माध्यम से – जहां अफ्रीकी संघ की जी20 में पूर्ण सदस्यता सफलतापूर्वक सुनिश्चित की गई थी।
‘पारस्परिक रूप से लाभप्रद साझेदारी…’
विदेश मंत्री ने कहा कि अफ्रीका के प्रति भारत का दृष्टिकोण हमेशा दीर्घकालिक, पारस्परिक रूप से लाभप्रद साझेदारी बनाने की गहरी प्रतिबद्धता द्वारा निर्देशित रहा है। जुड़ाव के निष्कर्षण मॉडल के विपरीत, भारत क्षमता निर्माण, कौशल विकास और प्रौद्योगिकी हस्तांतरण में विश्वास करता है।
उन्होंने कहा कि जिससे यह सुनिश्चित होता है कि अफ्रीकी देशों को न केवल निवेश से लाभ हो, बल्कि आत्मनिर्भर विकास पारिस्थितिकी तंत्र भी विकसित हो। भारत अफ्रीका का चौथा सबसे बड़ा व्यापार भागीदार है, जिसका द्विपक्षीय व्यापार लगभग 100 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंच गया है और लगातार बढ़ रहा है।
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