Delhi NCRराज्य

गरीब-वंचित कैंसर मरीजों के लिए ‘संजीवनी’ बनेगा राजीव गांधी कैंसर संस्थान एवं रिसर्च सेंटर

For help of deprived cancer patients: गरीब-वंचित समाज के मरीजों को सहारा देने के लिए राजीव गांधी कैंसर संस्थान एवं रिसर्च केंद्र (आरजीसीआईआरसी) अपनी लोक-कल्याण कार्यों के दायरे को बढ़ाने जा रहा है। कैंसर के ईलाज एवं देखभाल को ज्यादा लोगों की पहुंच के अंदर लाने और किफायती बनाने के लिए रोहिणी केंद्र पर हुई कांफ्रेंस में आरजीसीआईआरसी ने इस संबंध में एक व्यापक योजना की घोषणा की।

‘संस्थान अपने फंड की ब्याज से करवाएगा इलाज’

आरजीसीआईआरसी के चेयरमैन राकेश चोपड़ा ने संस्थान की यात्रा को लोक-कल्याण कार्यों का उदाहरण बताते हुए कहा, “राजीव गांधी कैंसर संस्थान एवं रिसर्च केंद्र (आरजीसीआईआरसी) लोक-कल्याण की भावना से जन्मे अस्पताल का जीता-जागता उदाहरण है। रु. 49 लाख के शुरूआती योगदान से चलकर  संस्थान आज काफी बड़ा नाम कमा चुका है। हमारे पास 100 करोड़ का फंड है। अगले तीन साल में इसे 300 करोड़ रुपये तक ले जाया जाएगा। इस पर प्राप्त ब्याज से आर्थिक रूप से वंचित मरीजों की सहायता की जाएगी।”

‘लोक कल्याण के लिए ही रखी गई अस्पताल की नींव’

आरजीसीआईआरसी के सीईओ श्री डी. एस. नेगी ने अस्पताल के अद्वितीय मूल्यों को रेखांकित किया। उन्होंने कहा, “हमारे अस्पताल की नींव ही लोक-कल्याण के उद्देश्य से रखी गई थी। हम सभी मरीजों का समान रूप से ईलाज करते हैं। पिछले वर्ष हमने अपने फंड से ही 44 करोड़ रुपये गरीब-वंचित मरीजों के ईलाज में लगाए थे। हमें प्राप्त प्रत्येक योगदान और सहायता गरीबों की सेवा में लगाई जाती है। हमेशा से यह हमारा मुख्य सिद्धांत रहा है।”        

‘कराते रहेंगे विश्वस्तरीय कैंसर केयर सुविधाएं उपलब्ध’

आरजीसीआईआरसी के एमडी डॉ सुधीर रावल ने कहा, “आरजीसीआईआरसी ने देश में सबसे पहले उच्च तीव्रता केंद्रित अल्ट्रासाउंड (एचआईएफयू), रोबोटिक सर्जरी, साइबर नाइफ आदि अत्याधुनिक तकनीकों से ईलाज करना शुरू किया था। हम देश में ही स्वदेशी कार टी सेल थेरेपी विकसित करने पर काम कर रहे हैं। हम विश्वस्तरीय कैंसर केयर उपलब्ध कराते रहेंगे।”

आयोजित कॉन्फ्रेंस में हुआ पुस्तिका का अनावरण

कांफ्रेंस में इस क्षेत्र के चिकित्सा विशेषज्ञ, इंडस्ट्री लीडर और कॉर्पोरेट हितधारक विचार-विमर्श के लिए एकत्रित हुए। इस आयोजन ने कैंसर केयर को बढ़ावा देने के उद्देश्य की पूर्ति के लिए कॉर्पोरेट सामजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) के अत्यधिक महत्व को रेखांकित किया। आरजीसीआईआरसी की यात्रा को दर्शाते ‘कैंसर के क्षेत्र में सूर्योदय’ (ए सन राइजेज इन कैंसर) शीर्षक से एक पुस्तिका का अनावरण किया गया। 

बीमारी की शीघ्र पहचान के बारे में बताया

कांफ्रेंस में कैंसर के प्रभावी प्रबंधन के लिए शीघ्र पहचान और तुरंत ईलाज की अति महत्वपूर्ण भूमिका बार-बार उभर कर सामने आई, जिससे एक तो ईलाज का खर्च कम होता है, साथ ही मरीज भी सशक्त होता है।   

उपस्थित लोगों ने सहायता के प्रति जताई कटिबद्धता

कार्यक्रम में श्री विवेक अवस्थी, जीएम (सीएसआर), इंजीनियर्स इंडिया लिमिटेड (ईआईएल), श्री अखिल गुप्ता, डिप्टी जनरल मैनेजर (एडमिन), ह्यूमन रिसोर्स सर्विसेज – एनआर, भारत पेट्रोलियम कारपोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) और इंडियन ऑयल कारपोरेशन लिमिटेड (आईओसीएल), ऑयल एंड नेचुरल गैस लिमिटेड (ओएनजीसी) के प्रतिनिधियों सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। इन लीडर्स ने गुणवत्तापूर्ण कैंसर केयर तक समानतापूर्ण पहुंच सुनिश्चित करने के लिए आरजीसीआईआरसी के मिशन को सहायता प्रदान करने की प्रतिबद्धता प्रकट की।  

  ‘हमेशा निभाई अग्रणी भूमिका’

बताया गया कि वर्ष 2019 में स्थापित लोक-कल्याण कार्य सेवा विभाग (डिपार्टमेंट ऑफ फिलॉन्थ्रोपिक सर्विसेज) ने स्वतंत्र रूप से अथवा दूसरे संस्थानों और एनजीओ के साथ मरीज कल्याण कार्यक्रमों के समन्वय में हमेशा से अग्रणी भूमिका निभाई है। आरजीसीआईआरसी की पहल से ईलाज के लिए क्राउड-फंडिंग के जरिए पड़ोसी राज्य के साथ-साथ अंतर्राष्ट्रीय मरीज भी लाभान्वित हुए हैं।

अन्य संस्थाएं भी करती हैं सहायता

जरूरतमंद मरीजों के ईलाज हेतु आरजीसीआईआरसी के मिशन को श्री रामकृष्ण सेवा संस्थान, रिलेक्सो इंडिया लिमिटेड (मूलचंद दुआ मेमोरियल सोसाइटी), युवराज सिंह फाउंडेशन और इंडिया कैंसर सोसाइटी आदि जैसी संस्थाएं सहायता प्रदान कर रही हैं।  

अब 3.5 लाख रोगी ले चुके सेवाएं

1996 में स्थापित हुआ राजीव गांधी कैंसर संस्थान और अनुसंधान केंद्र कैंसर के इलाज के लिए भारत के अग्रणी अस्पतालों में गिना जाता है। लगभग 2 लाख वर्ग फुट में 500 बिस्तरों की वर्तमान क्षमता के साथ आरजीसीआईआरसी महाद्वीप के सबसे बड़े टर्टियरी कैंसर देखभाल केंद्रों में से एक है। इसमें डे-केयर सर्जरी के लिए 14 अत्याधुनिक सुसज्जित मॉड्यूलर ऑपरेशन थिएटर और 2 माइनर ऑपरेशन थिएटर हैं। अब तक 3.5 लाख से अधिक रोगियों को सेवा प्रदान कर चुका है। अधिक जानकारी के लिए  https://www.rgcirc.org/ पर जाएं।

यह भी पढ़ें:  ‘देश की विपक्षी पार्टियों के नेताओं को झूठे मुकदमों में फंसा रही केंद्र सरकार’-Saurabh Bhardwaj

Hindi Khabar App: देश, राजनीति, टेक, बॉलीवुड, राष्ट्र, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल, ऑटो से जुड़ी ख़बरों को मोबाइल पर पढ़ने के लिए हमारे ऐप को प्ले स्टोर से डाउनलोड कीजिए।

Related Articles

Back to top button