
उत्तराखंड के बद्रीनाथ धाम (Badrinath Dham), जो विश्व भर में प्रसिद्ध है, जल्द ही शीतकाल के कारण बंद हो जाएगा। कपाट बंद होने से चार धाम यात्रा भी समाप्त हो जाएगी। पंचांग गणना के बाद, विजयादशमी पर बद्रीनाथ मंदिर परिसर में एक समारोह में धर्माचार्यों तथा तीर्थ पुरोहितों की उपस्थिति में बद्रीनाथ धाम के कपाट को बंद करने का फैसला किया गया है।
इस तारीख से बंद होंगे कपाट
धर्माचार्यों तथा तीर्थ पुरोहितों ने पंचांग गणना के बाद फैसला किया कि 18 नवंबर को दोपहर 3 बजकर 33 मिनट पर बंद कर दिए जाएंगे। श्री बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने मंगलवार को खुद इस बारे में जानकारी साझा की है। कपाट बंद रहने के दौरान श्रद्धालु भगवान बद्रीनाथ के दर्शन उनके शीतकालीन प्रवास स्थल जोशीमठ के नरसिंह मंदिर में कर सकेंगे।
अन्य तीन धाम कब बंद होंगे?
हिंदू धर्म में पवित्र माने जाने वाले चारों धाम में से बद्रीनाथ मंदिर के कपाट बंद करने की ही तिथि है। जबकि अन्य तीनों धामों की तिथि दीवाली से ही तय होती है। दीवाली के अगले दिन गोवर्धन पूजा के लिए गंगोत्री मंदिर के कपाट बंद कर दिए जाएंगे। वहीं, भैयादूज पर्व पर यमुनोत्री और केदारनाथ मंदिरों के कपाट बंद कर दिए जाएंगे।
इतने लोगों ने की यात्रा
27 अप्रैल से बद्रीनाथ धाम श्रद्धालुओं के लिए खुला था। अब तक 16 लाख से अधिक लोग भगवान बदरी विशाल का दर्शन कर चुके हैं। इस वर्ष की चारधाम यात्रा 18 नवंबर को समाप्त होगी, जब बद्रीनाथ मंदिर के कपाट बंद हो जाएंगे।