
गंगोत्री नेशनल पार्क सहित कई राष्ट्रीय पार्कों, वन्य जीव विहार के प्रवेश शुल्क में 33.33 फीसदी बढ़ोतरी कर दी गई है। उत्तरकाशी के गंगोत्री नेशनल पार्क व गोविंद वन्यजीव विहार में यह बढ़ोतरी बुधवार से ही लागू होगी। उधर, फूलों की घाटी के दर्शन तो महंगे हो ही चुके हैं।
उत्तरकाशी के क्षेत्रीय पर्यटन विकास अधिकारी जसपाल चौहान ने बताया कि शासन का आदेश मिलने के बाद गंगोत्री नेशनल पार्क प्रशासन ने उन्हें पर्यटन विभाग को रेफर कर दिया है। इसके बाद पर्यटन विभाग ने पोर्टल पर पुराने प्रवेश मूल्यों को बदलकर बुधवार विश्व पर्यटन दिवस से लागू करने की तैयारी कर ली है।
नए शुल्क के अनुसार, भारतीय पर्यटकों को प्रवेश शुल्क के रूप में 200 रुपये का भुगतान करना होगा, जबकि विदेशी पर्यटकों को 800 रुपये का भुगतान करना होगा। पहले प्रवेश शुल्क 150 रुपये था और पर्यटकों के लिए यह 600 रुपये था।
कॉर्बेट में बाघों का भंडार 150 फीसदी बढ़ा
कॉर्बेट स्टेट टाइगर रिजर्व में प्रवेश शुल्क में भी 150 प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई है। जहां भारतीय पर्यटकों से अभी 200 रुपये शुल्क लिया जाता है, वहीं बुधवार से उन्हें 500 रुपये चुकाने होंगे। विदेशियों को 900 रुपये की जगह 1500 रुपये चुकाने होंगे. वहीं, राजाजी टाइगर रिजर्व में भारतीय पर्यटकों को 150 रुपये की जगह 300 रुपये और विदेशियों को 600 रुपये की जगह 1,000 रुपये प्रवेश शुल्क देना पड़ता है।
14 साल बाद बढ़ोतरी
सरकार ने पहले 2009 में शुल्क लागू करने की घोषणा की थी। इसका मतलब है कि लगभग 14 वर्षों के बाद प्रवेश शुल्क में वृद्धि की गई थी। प्रवेश शुल्क के अलावा वाहन शुल्क और वन विश्राम स्थल शुल्क में भी वृद्धि हुई है।
फूलों की घाटी देखना महंगा हो गया है
फूलों की घाटी घूमने आने वाले पर्यटकों को अब पहले से ज्यादा फीस चुकानी होगी। नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क प्रशासन द्वारा प्रवेश शुल्क बढ़ा दिया गया है। नया शुल्क 22 सितंबर से लागू होगा।
नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क डीएफओ बीबी मारतोलिया ने बताया कि विश्व धरोहर फूलों की घाटी जाने के लिए 22 सितंबर से पहले तक भारतीय पर्यटकों को 150 रुपये और विदेशी पर्यटकों को 600 रुपये देने पड़ते थे। लेकिन नई दरों के मुताबिक अब भरतीय पर्यटकों को 200 रुपये जबकि विदेशी पर्यटकों को 800 रुपये चुकाने पड़ रहे हैं।उत्तरकाशी के जिला पर्यटन विकास अधिकारी जसपाल चौहान ने बताया, शासनादेश मिलने के बाद गंगोत्री नेशनल पार्क प्रशासन ने इसे पर्यटन विभाग को भेज दिया है। इसके बाद पर्यटन विभाग ने पोर्टल पर पुराने प्रवेश शुल्क की दरों में बदलाव कर इसे विश्व पर्यटन दिवस पर बुधवार से लागू करने की तैयारी कर ली है।