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एक बार फिर कोरोना का कहर: कुल संक्रमित मामले- 3.25 करोड़, 24 घंटे में 58 फीसदी मामले केरल से आए

नई दिल्ली: देश में बीते 24 घंटे में कोरोना के मामलों में काफी तेजी हुई है। जहां सबसे ज्यादा मामले केरल से आए हैं। बढ़ते कोरोना मामलों को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने इसकी जानकारी दी है। कोरोना से अबतक 3.25 करोड़ लोग संक्रमित हो चुके है, जिनमें ठीक होने वाले की संख्या 3.17 करोड़ है। वहीं अबतक 4.36 लाख कुल मौते दर्ज की गई है। फिलहाल 3.27 लाख मरीज अपना इलाज करा रहे हैं।

केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा, ‘देश में पिछले 24 घंटे में 46,000 नए मामले सामने आए हैं। इनमें से 58 फीसदी मामले केरल से आए हैं। बाकी राज्यों में अभी भी गिरावट का रुख दिख रहा है।’ केरल में 1 लाख से ज्यादा एक्टिव केस हैं। महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश में 10,000 से 1 लाख सक्रिय मामले हैं। केरल से सबसे ज्यादा 51%, महाराष्ट्र में 16% और बाकी तीन राज्यों से देश के 4-5% मामलों में है।

उन्होंने आगे कहा कि देश में पिछले 24 घंटों में वैक्सीन की 80 लाख खुराकें दी जा चुकी हैं। अब तक की बात करें तो अभी मेरे बोलने तक 47 लाख से अधिक खुराकें दी जा चुकी हैं।

अफगानिस्तान से आने वाले भारतीय नागरिक और शरणार्थियों का किया जा रहा है RTPCR टेस्ट

अफगानिस्तान से आने वाले भारतीय नागरिक और अफगानी शरणार्थी पर उन्होंने कहा, ‘अब तक अफगानिस्तान से 400 से ज्यादा लोगों को फ्लाइट से लाया जा चुका है। हमने सभी हवाई अड्डों पर पोलियो विरोधी टीका लगाने की व्यवस्था की है चाहे वह नागरिक हवाई अड्डे हों या सैन्य हवाई अड्डे हों, क्योंकि पाकिस्तान और अफगानिस्तान में पोलियो रोग देखा जा रहा है। हमने अफगानिस्तान से आने वाले लोगों के आरटी-पीसीआर टेस्ट की व्यवस्था की है। जिनमें से कुछ लोग पॉजीटिव पाए गए हैं और उन्हें आईसोलेट कर दिया गया है। कुछ लोग अस्पताल में भर्ती हैं। छावला आईटीबीपी कैंप में कई लोगों को क्वारंटाइन किया गया है, वे वहां 14 दिन रहेंगे। उनके लक्षणों को देखते हुए आगे का फैसला लिया जाएगा।’

एंड्रयू पोलार्ड ने तीसरी लहर को लेकर दी थी चेतावनी

ऑक्सफोर्ड वैक्सीन ग्रुप प्रमुख प्रोफेसर एंड्रयू पोलार्ड ने कहा था कि कोरोना तेजी से अपना स्वरूप बदल रही है। डेल्टा वैरिएंट अभी सबसे अधिक संक्रामक बना हुआ है। प्रोफेसर एंड्रयू पोलार्ड ने कहा था, ‘हमारे पास ऐसा कुछ नहीं है जो संक्रमण को फैलने से रोक सके। इसलिए मुझे लगता है कि हम ऐसी स्थिति में हैं जहां हर्ड इम्यूनिटी संभव नहीं है। मुझे आशंका है कि यह वायरस ऐसा नया स्वरूप पैदा करेगा जो टीका लगवा चुके लोगों को भी संक्रमित करने में सक्षम होगा।’

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