West Bengal: Gujrat में पुल टूटने पर CM ममता बनर्जी ने बोला हमला
TMC ने गुजरात में पुल ढहने के मामले को लेकर राज्य के सत्तारूढ़ दल BJP की आलोचना की है। टीएमसी ने इस घटना को ‘डबल इंजन’ सरकार की नाकामी का उदाहरण देते हुए कहा कि क्या बीजेपी इसे ‘भगवान की मर्जी या धोखाधड़ी का कृत्य’ कहेगी। एक अधिकारी ने कहा कि गुजरात के सुरेंद्रनगर जिले में भोगावो नदी पर एक पुराने पुल का हिस्सा रविवार शाम ढह जाने से कम से कम चार लोग घायल हो गए।
“घटना पिछले साल मोरबी त्रासदी की याद दिलाती”
पश्चिम बंगाल की वरिष्ठ मंत्री शशि पांजा ने कहा कि गुजरात में एक पुल ढह गया। यह गंभीर घटना पिछले साल मोरबी त्रासदी की याद दिलाती है। इसमें कई लोगों की जान चली गई थी। बीजेपी जिस गुजरात मॉडल की बात करती है। उसे पूरा देश देख रहा है। क्या वे इसे भगवान की मर्जी या धोखाधड़ी का कृत्य कहेंगे। पिछले साल गुजरात के मोरबी शहर में एक झूला पुल गिरने से 135 लोगों की मौत हो गई थी।
“TMC ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर किया पोस्ट”
TMC ने यह भी दावा किया कि सुरेंद्रनगर की घटना सार्वजनिक सुरक्षा को प्राथमिकता देने में गुजरात की बीजेपी नीत सरकार की ‘नाकामी’ को बयां करती है। टीएमसी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट किया कि डबल इंजन की एक और विफलता। गुजरात में सुरेंद्रनगर जिले के वस्तादी इलाके में एक पुल ढह गया, जिससे डंपर और मोटरसाइकिल सहित कई वाहन नदी में गिर गए। यह घटना सार्वजनिक सुरक्षा को प्राथमिकता देने में भाजपा के नेतृत्व वाली गुजरात सरकार की नाकामी को उजागर करती है।
टीएमसी ने कहा कि क्या यही वह गुजरात मॉडल है जिसके बारे में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शेखी बघारते रहते हैं? टीएमसी के प्रदेश महासचिव कुणाल घोष ने कहा कि जब 2016 के विधानसभा चुनावों के दौरान कोलकाता में एक पुल ढह गया, तो प्रधानमंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं ने अपनी पार्टी के लिए प्रचार करते हुए, पुल गिरने के पीछे मुख्य कारण के रूप में भ्रष्टाचार को जिम्मेदार ठहराया। अब, वह गुजरात की घटना के बारे में भी यही बात कहेंगे?
“विवेकानन्द रोड फ्लाईओवर का एक हिस्सा जब ढहा था”
मध्य कोलकाता में निर्माणाधीन विवेकानन्द रोड फ्लाईओवर का एक हिस्सा ढह गया था। इससे 27 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। उस समय विधानसभा चुनाव प्रचार चल रहा था। ऐसे में बीजेपी समेत कई विपक्षी दलों ने पुल ढहने को लेकर राज्य की टीएमसी सरकार की आलोचना की थी। टीएमसी ने आरोपों को ‘निराधार’ बताकर खारिज कर दिया था।
हालांकि, बीजेपी की पश्चिम बंगाल इकाई ने गुजरात में दुखद घटना पर राजनीति करने की कोशिश के लिए टीएमसी की आलोचना की। प्रदेश भाजपा प्रवक्ता समिक भट्टाचार्य ने कहा कि टीएमसी और उसके नेताओं को भ्रष्टाचार के बारे में बात नहीं करनी चाहिए। उन्हें इस तरह की ओछी राजनीति बंद करनी चाहिए।
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