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Uttarakhand: केदारनाथ में स्वर्ण परत की लेकर आड़, किसकी साजिश से आस्था से खिलवाड़ ?

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केदारनाथ मंदिर के गर्भगृह में चढ़ाई गई सोने की परत को लेकर विवाद खड़ा किया जा रहा है। बद्री केदार मंदिर समिति ने इसे सुनियोजित राजनीतिक षडयंत्र बताया है। बीकेटीसी दुष्प्रचार करने वालों के खिलाफ कानून कार्रवाई की तैयारी में है। ऐसे में ये सवाल उठ रहा है केदारनाथ मंदिर को लेकर कौन विवाद खड़ा रहा है? और किसकी साजिश से केदारभक्तों की आस्था के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है ?

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बाबा केदार के दर्शनों के लिए उत्तराखंड में देश दुनिया के श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है। वहीं केदारनाथ मंदिर के गर्भगृह में चढ़ाई गई सोने की परत को लेकर विवाद खड़ा किया जा रहा है। केदारनाथ के तीर्थ पुरोहित और केदारसभा के सदस्य संतोष त्रिवेदी ने सोशल मीडया में वीडियो पोस्ट कर मंदिर के गर्भगृह में चढ़ाई गई सोने की परत के पीतल में बदलने का दावा किया है। संतोष त्रिवेदी ने इसे घोटाला बताते हुए मामले की जांच की मांग की है। वहीं बद्री केदार मंदिर समिति ने सभी आरोपों को खारिज करते हुए इसे सुनियोजित षडयंत्र बताया है।

समिति ने मंदिर के गर्भगृह में सोने की परत चढ़ाने की प्रक्रिया का ब्योरा देते हुए बताया है कि दानीदाता ने गर्भगृह में सोने की परत लगवाई है। एएसआई के विशेषज्ञों की देख-रेख में इस पूरे काम को किया गया है। बीकेटीसी का कहना है कि पीएम मोदी और सीएम धामी के प्रयासों से केदारनाथ धाम में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में रिकॉर्ड बढ़ोतरी हुई है। जो कुछ राजनीति तत्वों का रास नहीं आ रहा है। इसीलिए ये विवाद खड़ा किया जा रहा है। वहीं बीजेपी ने इस मामले में बीकेटीसी का समर्थन करते हुए कहा है कि किसी को भी दानदाता का अपमान करने का अधिकार नहीं है और इस मामले में जानबूझकर विवाद खड़ा किया गया है।

करोड़ों सनातन धर्मांवलंबियों की आस्था के केंद्र केदारनाथ धाम को लेकर खड़ा किया गया विवाद निश्चित ही काफी गंभीर मामला है। बद्री केदार मंदिर समिति इसे सोची समझी साजिश बताते हुए कानूनी कार्रवाई की तैयारी में है। अब देखना होगा कि इस मामले में क्या कार्रवाई होती है और ये कब तक सामने आता है कि केदारनाथ मंदिर को लेकर आस्था से खिलवाड़ करने का षडयंत्र, किसने रचा है।

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