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UP ब्लॉक प्रमुख चुनाव में कई जगह हुई हिंसा, सीतापुर में सपा-BJP कार्यकर्ताओं के बीच फायरिंग

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लखनऊ : उत्तर प्रदेश में गुरुवार को 825 क्षेत्र पंचायतों में अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए नामांकन किए जा रहे हैं। हाल ही में हुए जिला पंचायत चुनाव में कई जगह हिंसा की घटनाएं सामने आईं थी, जिसके बाद एक बार फिर से ब्लॉक प्रमुख पद के नामांकन के दौरान यूपी के कई जिलों में बीजेपी और सपा के कार्यकर्ताओं में झटप हुई।

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मीडिया में आई खबरों के मुताबिक, सूबे में कहीं ईंट-पत्थर चले तो कहीं पुलिस को स्थिति संभालने के लिए लाठियां चटकानी पड़ीं। भाजपा और सपा के कार्यकर्ताओं के हंगामें कई जगह लोग घायल हुए हैं। कई जगह सपा और बीजेपी कार्यकर्ताओं की जंग को पुलिस तमाशबीन बनकर देखती नजर आई। गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के कन्नौज, इटावा, बांदा, फर्रुखाबाद, जालौन, हमीरपुर, उन्नाव से हंगामे की खबरें आईं हैं।

सीतापुर में हथगोले चले और कई राउंड हुई फायरिंग

सीतापुर जिले के थाना कमलापुर इलाके में गुरुवार को कसमंडा ब्लॉक में नामांकन करने जा रही भाजपा से बागी उम्मीदवार को रोका गया। इस दौरान हथगोले चले और कई राउंड फायरिंग हुई। फायरिंग  की घटना के बाद पुलिस ने लोगों पर लाठियां चलाईं। हालांकि, पुलिस ने स्थिति पर जल्द काबू पा लिया।

उन्नाव जिले में ब्लॉक प्रमुख पद के नामांकन के दौरान नवाबगंज और असोहा में हंगामा हुआ। नवाबगंज में BJP समर्थित प्रत्याशी के समर्थकों ने निर्दलीय उम्मीदवार का पर्चा फाड़ दिया। इस पर पुलिस ने सख्ती दिखाते हुए उपद्रवियों को खदेड़ दिया। मामले की खबर मिलते ही डीएम और एसपी भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने पर्चा फाड़ने वालों पर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया।

वहीं असोहा में सपा समर्थित प्रत्याशी को नामांकन कराने से रोका गया। इस पर विधान परिषद के सदस्य सिंह सुनील साजन समेत कई सपा नेता और कार्यकर्ता मौके पर पहुंचे और विरोध जताया।

कन्नौज जिले के ब्लॉक तालग्राम में सपा और भाजपा प्रत्याशियों के समर्थकों में नामांकन करने को लेकर हुए झड़प हुई और मामला इतना बढ़ गया कि दौनों पक्षों में जमकर पथराव हुआ। पुलिस ने हंगामा करने वालों परल जमकर लाठियां भांजीं।  वहीं फर्रुखाबाद में राजेपुर ब्लॉक प्रमुख के नामांकन करने आए भाजपा प्रत्याशी पल्लव सिंह सोमवंशी के काफिले को राजेपुर तिराहे पर बैरियर पर लगे पुलिसकर्मियों ने रोक लिया।

मौके पर सबसे आगे विधायक सुशील शाक्य की गाड़ी निकाली गई। इसके बाद पूर्व BJP जिलाध्यक्ष सत्यपाल सिंह की गाड़ी भी निकल गई थी। प्रत्याशी की गाड़ी रोके जाने की जानकारी पर पूर्व जिला अध्यक्ष वापस आए और बैरियर पर तैनात दरोगा से अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए भिड़ गए। स्वयं बैरिकेडिंग हटा दी जिससे लगभग दो दर्जन गाड़ियां अंदर चली गईं। पुलिस तमाशा देखती रह गई।

        

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