UP: प्रदेश में बढ़ी हरियाली…दुरुस्त हुआ यूपी का स्वास्थ्य… शिक्षा ढांचे में हुए बदलाव

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UP: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश सरकार के सात साल पूरे हो रहे हैं। दशकों तक ‘बीमारू’ राज्य की छवि रखने वाला प्रदेश आज देश में सबसे तेज गति से विकास करने वाला राज्य बन चुका है। विकसित भारत के जिस संकल्प को पूरा करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रोडमैप तैयार किया है, उसे अमली जामा पहनाने में उत्तर प्रदेश की भूमिका सबसे महत्वपूर्ण है।

बीते सात साल में यूपी की कार्य संस्कृति में व्यापक बदलाव देखने को मिले हैं, न केवल कानून-व्यवस्था में, बल्कि इन्फ्रास्ट्रक्चर, रोड, रेल, वायु और जल परिवहन, महिला सशक्तिकरण, रोजगार सृजन, व्यापक निवेश और जन कल्याणकारी योजनाओं को धरातल पर उतारने को लेकर जिस गति के साथ उत्तर प्रदेश दौड़ रहा है, वह दिन दूर नहीं जब यह देश की नंबर एक की अर्थव्यवस्था वाला प्रदेश बनने की दिशा में अग्रसर है। यही नहीं उत्तर प्रदेश आज आत्मनिर्भर राज्य की ओर से भी तेजी से आगे बढ़ रहा है।

प्रदेश में बढ़ी हरियाली

यह यूपी सरकार के नेतृत्व के दृढ़ इच्छाशक्ति का ही कमाल है कि वृक्षारोपण जन अभियान-2023 के तहत दो दिन के भीतर उत्तर प्रदेश में 36.16 करोड़ पौधरोपण किए गए। यूपी में हरियाली का दायरा बढ़ा। पूर्ववर्ती सरकार की ओऱ से वर्ष 2003 से 2016-17 के बीच प्रतिवर्ष औसतन 4 करोड़ से 6 करोड़ की संख्या में बीच पौधरोपण किया जा रहा था, लेकिन योगी सरकार बनने के बाद से इसमें वृद्धि हुई। वर्ष 2017-18 में 5.72 करोड़, 2018-19 में 11.77 करोड़, वर्ष 2019-20 में 22.60 करोड़, वर्ष 2020-21 में 25.87 करोड़ एवं वर्ष 2021-22 में 30.53 करोड़ पौधरोपण किया गया। 2022-23 में 35 करोड़ और 2023-24 में 36.16 करोड़ पौधे लगाए गए। यानी सात वर्ष में कुल 167.65 करोड़ पौधरोपण किए गए।

शिक्षा ढांचे में आमूलचूल बदलाव

बीते सात साल में प्रदेश में हुए बड़े बदलावों की बात करें तो शिक्षा ढांचे में आमूलचूल परिवर्तन हर किसी को चौंकती है। आज प्रदेश में प्रोजेक्ट अलंकार के तहत 1060 राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में स्मार्ट क्लास की स्थापना प्रारंभ हो चुकी है। वहीं उत्तर प्रदेश भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड द्वारा अटल आवासीय विद्यालयों का संचालन किया जा रहा है। बरेली एवं मुरादाबाद को छोड़कर समस्त 16 मंडलों में अटल आवासीय विद्यालय का संचालन 11 सितंबर, 2023 से प्रारंभ कर दिया गया है। इसके अलावा प्रदेश में 36 असेवित विधानसभा क्षेत्रों में नए राजकीय औ‌द्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों की स्थापना की जा रही है। इसके अतिरिक्त प्रदेश के 45 असेवित क्षेत्रों में भी नए राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों की स्थापना की जा रही है।

दुरुस्त हुआ यूपी का स्वास्थ्य

कभी बीमारू प्रदेश कहा जाने वाला उत्तर प्रदेश आज योगी सरकार के प्रयासों से स्वास्थ्य सेवाओं में कई उपलब्धियां दर्ज कर रहा है। पिछले सात वर्षों में स्वास्थ्य सेवाओं में बेहतर प्रदर्शन के लिए प्रदेश को कई पुरस्कारों से नवाजा जा चुका है। वहीं योगी सरकार ने प्रदेश को दवा निर्माण का हब बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम भी उठाये हैं। इसी का नतीजा है कि आज प्रदेश में मेडिकल डिवाइस पार्क, बल्क ड्रग पार्क, मेडिटेक पार्क मूर्त रूप ले रहे हैं। पिछले सात साल में प्रदेश के स्वास्थ्य ढांचे को मजबूती देते हुए यूपी में 35 सरकारी मेडिकल कालेज, 31 निजी क्षेत्र के मेडिकल कालेज, सरकारी क्षेत्र में प्रतिवर्ष 3828 एमबीबीएस सीट, निजी क्षेत्र में 5450 एमबीबीएस सीट के अलावा प्रदेश में वर्तमान में 2 एम्स क्रमशः रायबरेली (100 एमबीबीएस सीट) व गोरखपुर (125 एमबीबीएस सीट) संचालित हैं।

महोत्सव प्रदेश

उत्तर प्रदेश अब माफिया नहीं महोत्सवों के प्रदेश के रूप में पहचाना जा रहा है। प्रदेश में आयोजित होने वाले उत्सवों और महोत्सवों की फेहरिस्त काफी लंबी है। यहां एक साल में 50 से अधिक आयोजनों से न केवल पर्यटन आधारित अर्थव्यवस्था को गति मिल रही है, बल्कि यूपी को लेकर देश-दुनिया का परसेप्शन भी बदल रहा है। यहां तक कि यूपी में पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए पर्यटन विभाग की ओर से देश-विदेश में आयोजित होने वाले इवेंट्स में भी प्रमोशन किया जा रहा है। उत्तर प्रदेश का एक भी ऐसा भौगोलिक क्षेत्र नहीं है जहां स्थानीयता और विरासत को अहमियत देते हुए मेले, उत्सव या महोत्सवों का आयोजन न किया जा रहा हो। यही वजह है कि यूपी में विगत एक साल में 44 करोड़ से अधिक पर्यटक आए, जो अबतक का रिकॉर्ड है।

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