मनिका बत्रा ने राष्ट्रीय कोच पर लगाया गंभीर आरोप, बोलीं कोच ने मुझे ओलंपिक्स क्वालिफायर मैच हारने को कहा था

नई दिल्ली: भारतीय टेबिल टेनिस प्लेयर मनिका बत्रा (Manika Batra) ने राष्ट्रीय कोच सौम्यदीप रॉय पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि मार्च में राष्ट्रीय कोच ने उनसे ओलंपिक्स क्वालिफायर मैच हारने को कहा था। लेकिन उन्होंने ऐसा कोई भी वादा उनसे नहीं किया और ओलंपिक्स के दौरान नेशनल कोच रॉय की मदद लेने से साफ मना कर दिया था। जिसके लिए ओलंपिक्स के बाद उन्हें नोटिस भी भेजा गया।
अब इस नोटिस के जवाब में मनिका बत्रा ने नया खुलासा किया है। बत्रा इस बात का दावा कर रही हैं कि मार्च मे ओलंपिक्स क्वालिफायर में उनके कोच ने उनसे एक मैच हारने को कहा और इसी वजह से उन्होंने रॉय कोच की मदद लेने से साफ इंकार कर दिया था।
टेबल टेनिस फेडरेशन ऑफ इंडिया (TTFI) के सूत्रों के हवाले से पीटीआई का कहना है कि मनिका ने साफ बोला है कि वह एक ऐसे व्यक्ति के साथ रहकर अपने मैचों पर फोकस नहीं कर पातीं, जिसने उनसे पहले ही मैच हारने को बोल दिया था।
कोच ने मुझे मैच हारने का डाला दबाव
वर्ल्ड नंबर 56 और खेल रत्न मनिका ने TTFI के सेक्रेटरी अरूण बनर्जी को दिए गए जवाब में लिखा, आखिरी पलों मे कोच के द्वारा किए गए हस्तक्षेप से होने वाली समस्या के कारण मेंने राष्ट्रीय कोच सौम्यदीप रॉय की मदद ना लेने का फैसला किया था। राष्ट्रिय कोच सौम्यदीप ने मार्च 2021 में दोहा में हुए ओलंपिक्स क्वालिफायर के दौरान मुझे मैच हारने का दबाव डाला था। वह चाहते थे कि मैं उनकी स्टूडेंट से हार जाऊं और जिसे वो ओलंपिक्स क्वालिफाई कर जाए।
मेरे पास इस घटना के सबुत भी हैं। मैं वो सही समय आने पर सबके सामने पेश करने के लिए तैयार हूं। मैच हारने की बात करने के लिए नेशनल कोच रॉय मेरे होटल के कमरे में आए थे और अपनी स्टूडेंट को भी वह साथ लेकर आए थे और लगभग 20 मिनट तक मुझसे बात की थी। वो नेशनल इंट्रेस्ट की आड़ में अनैतिक तरीके का इस्तेमाल कर अपनी स्टूडेंट को प्रमोट करने की कोशिश कर रहे थे। मैंने नेशनल कोच की बात ना मानने का फैसला किया। लेकिन उनकी धमकी और दबाव के चलते मेरी दिमागी हालत प्रभावित हुई और इसका असर मेरे प्रदर्शन पर भी पड़ा।
बदा दें कि मनिका बत्रा ये मैच हार गई थी। पर वो ये दावा कर रही हैं कि वो ये मैच फिक्सिकिंग की वजह से नहीं हारी थी। बल्कि कोच सौम्यदीप रॉय द्वारा दी गई धमकीयों और मानसिक दबाव से प्रभावित हुई और जिसका असर उनके प्रदर्शन पर भी पड़ा।