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संबित पात्रा का राहुल पर तंज… ‘संविधान की प्रति के प्रति हृदय में सम्मान होने से बचता है संविधान’

Sambit Patra to Congress

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Sambit Patra to Congress: बुधवार को देश की संसद में उठा आपातकाल के मुद्दे पर राजनीति गरमाई हुई है. तमाम राजनेता पक्ष और विपक्ष इस पर बयानबाजी कर रहे हैं. किसी ने इसे बीती हुई बात बताकर भूल जाने की नसीहत दी ओर इसे संविधान पर काला धब्बा भी बताया गया. सदन में इसकी बरसी पर दो मिनट मौन भी रखने को कहा गया. अब बीजेपी प्रवक्ता और सांसद संबित पात्रा ने इस मुद्दे पर कांग्रेस को घेरा है.

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दिल्ली में बीजेपी सांसद और पार्टी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा, आज 26 जून है, आज जब 18वीं लोकसभा चल रही होती है और नवनिर्वाचित लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने आपातकाल के दौरान जो जो बाधाएं थीं, उन सभी दिक्कतों को उजागर किया. आज से 50 वर्ष पहले जब प्रात:काल भारत के प्रत्येक नागरिक को मालूम पड़ा था कि तत्कालीन प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी ने आपातकाल लगाया है. उन्होंने बताया कि कैसे मीसा कानून में परिवर्तन करके नैचुरल जस्टिस को बाधित किया गया था। 1 लाख 40 हजार लोगों को जेल में डाला गया था। लगभग 22 कस्टोडियल डेथ हुई थीं।

उन्होंने कहा, जैसे ही ओम बिरला आपातकाल पर निंदा प्रस्ताव रखते हैं, वैसे ही कांग्रेस के लोग खड़े हो जाते हैं और हो-हल्ला करने लगते हैं कि ये अलोकतांत्रिक है. कौन सी इमरजेंसी?। कांग्रेस के लोग भाग रहे थे, लेकिन समाजवादी पार्टी के लोग बैठे हुए थे। राहुल गांधी उठें या न उठें, चिल्लाएं या न चिल्लाएं, वो एक बार अखिलेश को देखें और एक बार अपने लोगों को देखें। ये परिस्थिति तब होती है, जब आप अन्यायी होते हैं और न्यायवान दिखने की कोशिश करते हैं। राहुल जी, संविधान की प्रति खरीद कर लाकर हाथ में पकड़ने से संविधान नहीं बचता है। संविधान की प्रति के प्रति हृदय में सम्मान होने से संविधान बचता है।

समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा, बीजेपी ने आज जो कुछ भी किया है वह सिर्फ दिखावा है। उस समय (आपातकाल) सिर्फ वे ही जेल नहीं गए थे बल्कि सपा और अन्य नेताओं ने भी उस समय को देखा। हम कब तक अतीत की ओर देखते रहेंगे?. क्या बीजेपी लोकतंत्र रक्षक सेनानी को दिया जाने वाला भत्ता बढ़ाएगी?.

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