सूरज की किरणों से स्किन हो जाती है टैन, कैसे करें सन टैन से बचाव

lifestyle
Share

Sun Tanning: गर्मियां आते ही हम सब को अपने चेहरे को धूप से बचाने की फिक्र होने लगती है। इस मौसम में सन टौनिंग (Tanning) की परेशानियां बढ़ने लगती हैं। यह हमारी त्वाचा के रंग को इतना जला देती है कि हम अपने चेहरे की रंगत को पहचान नहीं पाते हैं। सन टैनिंग से चेहरे को बहुत नुकसान होता है, त्वचा ऐसी काली पड़ जाती है मानो जल गई हो। चेहरे की त्वचा ज्यादा कोमल होती है इसलिए सूर्य की हानिकारक किरणों का असर इसपर ज्यादा पड़ता है। इन हानिकारक किरणों से त्वाचा काली रूखी और बेजान लगने लगती है।

आमतौर पर लोगो का मानना है कि गर्मियों के मौसम में ही सिर्फ सन टैनिंग (Sun Tanning) होती है लेकिन गर्मी हो या सर्दी ज्यादा देर तक धूप में रहने से सन टैनिंग हो जाती है। जिससे चेहरे की खूबसूरती खत्म होती है। शायद आप ये जान कर सोच में पड़ जायेंगे कि सन टैन में सामान्य रंग ढ़ल कर काला पड़ जाना यानि सन टैनिंग के सिवा और भी लक्षण हैं जैसे त्वचा का अधिक गर्म होना, त्वचा पर लाल-लाल चकत्ते पड़ जाना, छोटे-छोटे दानों का शरीर पर होना, चेहरे पर खुजली होना, भूख-प्यास ना लगना।

सन टेनिंग से बचाव के तरीके…..

  • धूप में जाने से पहले चेहरे को कपड़े से ढ़क लें, जरूरत से ज्यादा बाहर ना निकलें।
  • बाहर जाते वक्त धूप का चश्मा और हैट का प्रयोग करें।
  • एसपीएफ 15 से 30 वाली सनस्क्रीन लगाएं।
  • धूप में निकले तो छतरी का प्रयोग करें।