अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर अच्छी खबर, यूपीआई के जरिए जून में रिकॉर्ड 5.47 लाख करोड़ रुपये का लेन- देन दर्ज़

नई दिल्ली। कोरोना की दूसरी लहर से प्रभावी मुकाबले के बाद अब देश की अर्थव्यवस्था को लेकर भी लगातार कुछ अच्छी ख़बरें सामने आ रही हैं। बीते महीने यूपीआई और भीम के जरिए रिकॉर्ड करीब साढ़े पांच लाख करोड़ रुपये का लेन- देन हुआ है। इसके लिए रिकॉर्ड 280 करोड़ से ज्यादा ट्रांजैक्शन दर्ज़ हुए हैं।
एक साल पहले यानी जून 2020 में हुए यूपीआई लेन- देन से अगर इसकी तुलना करें तो ट्रांजैक्शन की संख्या में बीते एक वर्ष में 108.95 फीसदी की बढोत्तरी दर्ज़ की गई है। जून, 2020 में 134 करोड़ तो इस साल जून में 280 करोड़ से ज्यादा यूपीआई ट्रांजैक्शन हुए हैं। यानी बीते साल के मुकाबले 146 करोड़ ज्यादा बार ट्रांजैक्शन हुई है। इतना ही नहीं ट्रांजैक्शन वैल्यू की अगर बात की जाए तो उसमें 109 फीसदी से ज्यादा की बढ़ोत्तरी हुई है। जून, 2020 के 2.61 लाख करोड़ रुपये के मुकाबले इस साल जून में रिकॉर्ड 5.47 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा मूल्य का लेन- देन दर्ज किया गया है। ये बीते साल से करीब 2.86 लाख करोड़ रुपये ज़्यादा है।
नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया यानी एनपीसीआई के मुताबिक बीते जून में यूपीआई के जरिए कुल 5,47,373 करोड़ रुपये का लेन- देन दर्ज़ किया गया है। ये अब तक का सर्वाधिक वैल्यू का लेन- देन भी है।
रिकॉर्ड ट्रांजैक्शन और रिकॉर्ड लेन-देन ऑनलाइन विकल्पों की तरफ बढ़ते आकर्षण के साथ ही इस बात का भी प्रतीक है कि महामारी से उबरकर अर्थव्यवस्था लगातार मजबूत हो रही है। इससे पिछला रिकॉर्ड इस साल मार्च महीने का था, जब यूपीआई के जरिए 5.04 लाख करोड़ रुपए का लेन देन हुआ था। इसके लिए 273 करोड़ से ज्यादा ट्रांजैक्शन हुए।
यूपीआई के जरिए रिकॉर्ड लेन- देन और रिकॉर्ड ट्रांजैक्शन की ख़बर उस दिन आई है, जब देश ने डिजिटल इंडिया की शुरुआत की छठवीं वर्षगांठ मनाई है। डिजिटल इकोनॉमी के साथ-साथ यह अर्थव्यवस्था के अच्छे दिनों के लौटने का भी संकेत है। आनेवाले समय में इसे और मजबूती मिलेगी और देश की अर्थव्य्वस्था को और गति मिलेगी।