गुरुग्राम: गुरूग्राम में केंद्रीय सड़क-परिवहन मंत्री नितिन गडकरी और मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पहुंचकर दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस-वे का निरीक्षण किया। गुरूग्राम के अलीपुर से इस हाइवे की शुरूवात होगी और मुबई तक यह एक्सप्रेस-वे जाएगा। जिसकी लम्बाई 1380 किलोमीटर की होगी और इसके निर्माण कार्य मे कुल लागत 1 लाख करोड़ रुपए आएगी।
दिल्ली से मुंबई के बीच 1,380 किलोमीटर लंबा ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे बनाया जा रहा है। 1 लाख करोड़ रुपए की लागत से बन रहे इस एक्सप्रेस-वे पर 350 किलोमीटर तक काम हो चुका है। अभी 8 लेन बनाए जा रहे हैं। इनके अलावा 4 लेन और बढ़ाए जाएंगे। ये चारों लेन सिर्फ इलेक्ट्रिक व्हीकल के लिए होंगे। यह देश का पहला एक्सप्रेस-वे होगा, जिस पर डेडिकेटेड इलेक्ट्रिक व्हीकल फोरलेन होंगी। ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे बनकर तैयार हो जाने से केवल समय ही नहीं बचाएगा, बल्कि प्रदूषण भी कम होगा। एक्सप्रेस-वे के किनारे नई औद्योगिक टाउनशिप और स्मार्ट सिटी बनाने का भी प्रस्ताव है। इसका सर्वे जारी है। पूरे रूट पर 92 स्थानों पर इंटरवल स्पॉट डेवलप किए जाएंगे।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने इस हाईवे का निरीक्षण किया और काफी देर तक अधिकारियों के साथ इस संबंध में चर्चा भी की। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि यह मेरा सपने का हाईवे है यही नहीं इस हाइवे के बनने के बाद दिल्ली में भी 47% प्रदूषण में कमी आ जाएगी। 2023 तक यह हाईवे पूरी तरह से बनकर तैयार हो जाएगा। पांच राज्यों से होकर यह हाईवे गुजरेगा जिसमें हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र शामिल है दिल्ली से मुबई तक पहुंचने में इस हाइवे से मात्र 12 घण्टे लगेंगे। वही हरियाणा के हिस्से में से यह दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस -वे हाईवे 160 किलोमीटर तक होगा जिसकी लागत 10400 करोड रुपए है।
वहीं केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने मुख्यमंत्री से अनुरोध किया कि इस दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस-वे पर गुरुग्राम जैसी 2-3 स्मार्ट सिटी तैयार की जाए उससे हरियाणा सरकार को बहुत फायदा होगा इतना ही नहीं केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने यह भी कहा कि केंद्र सरकार रोड बनाती है और पैसा बिल्डर कमाते है वहीं नितिन गडकरी ने नेताओ पर चुटकी लेते हुए भी कहा कि नेता और बिल्डर पहले देखते हैं कि कँहा से रोड जा रहा है और वही जमीन खरीद लेते हैं।
गुरुग्राम पहुंचे मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के साथ मुंबई एक्सप्रेसवे का निरीक्षण किया और लोहटकी गांव में इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के सामने 18 मांगे रखी जो अंडरपास से लेकर हरियाणा के कुछ हाईवे के निर्माण को लेकर मांग रखी गई। इसके अलावा दिल्ली जयपुर एक्सप्रेसवे पर मरम्मत के लिए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने 12 सौ करोड रुपए की घोषणा भी की। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि मुंबई एक्सप्रेस में एक विकास का एक्सप्रेसवे है और इसके दोनों तरफ जिस तरह से जो योजना तैयार की गई है उससे विकास के नए आयाम खुलेंगे।
दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस-वे बनने से जहां एक तरफ लोगों को अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए सहूलियत मिलेंगे तो वही उद्योग जगत भी स्थापित किए जाएंगे ऐसे में 2023 तक इस दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे को बनने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है ऐसे ही देखना होगा कि यह दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस-वे कब तक बनकर तैयार होता है और लोगो की गाड़ियां इस एक्सप्रेस वे पर कब तक फर्राटे से दौड़ पाएगी।
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