Calcutta High Court: अभिनेता प्रकाश राज और प्रसिद्ध लेखिका अरुंधति रॉय द्वारा हिंदू समुदाय के खिलाफ दिए गए बयानों और केंद्र सरकार को “हिंदू फासीवादी” कहने पर आपत्ति जताते हुए कलकत्ता उच्च न्यायालय के समक्ष एक जनहित याचिका (पीआईएल) दायर की गई है। मुख्य न्यायाधीश टीएस शिवगणम और न्यायमूर्ति हिरण्मय भट्टाचार्य की खंडपीठ के समक्ष वकील मीता बनर्जी ने रॉय द्वारा जून 2023 में एक अंतरराष्ट्रीय समाचार चैनल को दिए गए साक्षात्कार का जिक्र किया।
वकील मीता बनर्जी ने न्यायाधीशों को बताया, “लेखक रॉय ने इस साल जून में एक अंतर्राष्ट्रीय चैनल को एक साक्षात्कार दिया और कहा कि भारत एक हिंदू फासीवादी उद्यम बन गया है। वह ऐसी बातें कैसे कह सकती हैं, जिसे आतंकवादी संगठन अल कायदा का मुखपत्र बताया जाता है।” जिसे ओसामा बिन लादेन चलाता है”। उन्होंने आगे बताया कि अभिनेता प्रकाश ने भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर पर इसी तरह के बयान दिए थे।
वकील ने कहा, “ये हमारे देश के जिम्मेदार नागरिक हैं, फिर भी उन्होंने ऐसी टिप्पणियां कीं। इन बयानों से हमारी भावनाएं आहत हुई हैं। हम हिंदू फासीवादी नहीं हैं। दरअसल, हमें बचपन से सिखाया जाता है कि अगर हम अपने धर्म की रक्षा करेंगे, तो हमारा धर्म भी रक्षा करेगा।” हमें, जैसे राम, कृष्ण आदि। इस प्रकार, हम ट्विटर सहित सोशल मीडिया प्लेटफार्मों से उनके बयानों को हटाने के लिए एक निर्देश चाहते हैं,”।
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