मध्यप्रदेश में ‘राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020’ का शुभारंभ, सीएम शिवराज बोले- ये हमारी जिम्मेदारी, बच्चों में नागरिकता के संस्कार हों
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मध्य प्रदेश: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से NKC Centre for Genomics Research Lab, हैदराबाद का शुभारंभ किया। इस दौरान उन्होनें कहा कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति को हम आज से मध्यप्रदेश में शुरू कर रहे हैं। मैं प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद देता हूं कि विद्यार्थियों के जीवन को बदलने वाली नई शिक्षा नीति उनके नेतृत्व में बनी।
सीएम शिवराज बोले कि नई शिक्षा नीति इस बात की अनुमति देती है कि छात्र फिजिक्स, केमेस्ट्री पढ़ते हुए भी हिंदी का विद्यवान बन सके, संस्कृत का ज्ञान प्राप्त कर सके, इतिहास का अध्ययन कर सके। शिक्षा एकांगी नही होती। ये हमारी जिम्मेदारी है कि बच्चों में नागरिकता के संस्कार हों। उन्हें सही दिशा दी तो वह महान विद्वान बनेंगे, देश और प्रदेश के विकास में योगदान देंगे। अगर दिशा गलत पकड़ ली तो समाज के लिए विनाशकारी होंगे।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बोले कि अगर पढ़ने के बाद रोज़ी-रोटी नहीं कमा सके तो उस शिक्षा का क्या महत्व। ऐसी शिक्षा का क्या अर्थ? अगर शिक्षा आजीविका प्रदान करने का सामर्थ्य ना दे सके तो वह शिक्षा अधूरी है। ज्ञान का मतलब संपूर्ण ज्ञान। हम बच्चों को बांध नहीं सकते। बताते चलें कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के शुभारंभ कार्यक्रम में हिस्सा लिया।