
अहम बातें एक नजर में:
- भारत-न्यूजीलैंड के बीच FTA वार्ता का दूसरा दौर 14-25 जुलाई तक नई दिल्ली में संपन्न हुआ.
- व्यापार, निवेश, सेवाएं, कस्टम और तकनीकी सहयोग जैसे मुद्दों पर अहम प्रगति हुई.
- तीसरा दौर सितंबर में न्यूजीलैंड में आयोजित किया जाएगा.
- मार्च 2025 में पीएम मोदी और न्यूजीलैंड के पीएम की बैठक के बाद प्रक्रिया में तेजी आई.
- FY 2024-25 में द्विपक्षीय व्यापार 1.3 बिलियन डॉलर तक पहुंचा, 48.6% की बढ़ोतरी दर्ज.
- FTA से व्यापार बढ़ाने, निवेश आकर्षित करने और सप्लाई चेन मजबूत करने की उम्मीद.
- वर्चुअल बैठकें भी जारी रहेंगी ताकि बातचीत की गति बनी रहे.
India New Zealand FTA : भारत और न्यूजीलैंड के रिश्तों को लेकर अब एक नई गर्माहट महसूस की जा रही है. हाल ही में नई दिल्ली में हुई मुक्त व्यापार समझौते (FTA) की दूसरी दौर की वार्ता ने इस रिश्ते में एक नई जान सी डाल दी है. वहीं 14 से 25 जुलाई तक चली इस मैराथन बातचीत के चलते दोनों देशों ने न सिर्फ आर्थिक सहयोग को लेकर गहरी बातें की हैं, बल्कि भविष्य के व्यापारिक नक्शे को भी नजर डाली है. जिस तरह से दोनों देशों ने मिलकर बड़े मुद्दों पर चर्चा की और आगे बढ़ने की इच्छा जताई, उससे साफ जाहिर होता है कि भारत-न्यूजीलैंड के बीच आर्थिक रिश्ते अब सिर्फ कागजों तक सीमित नहीं रहेंगे, बल्कि धरातल पर भी बड़े बदलाव देखने को मिलेंगे.
क्या रहा इस दौर में खास?
हालांकि दूसरे दौर की वार्ता में सामान और सेवाओं का व्यापार, निवेश, कस्टम प्रक्रिया, टेक्निकल बाधाएं, स्वच्छता नियम, और आर्थिक सहयोग जैसे अहम मुद्दों पर बातचीत की गई. जिसके बाद दोनों देशों ने एक संतुलित और दूरदर्शी समझौते पर पहुंचने की इच्छा जताई. इस दौर में जो रफ्तार मिली, उसे बनाए रखने के लिए एक वर्चुअल बैठकों आगाज भी जारी रहेगा.
आगे क्या होगा?
बता दें कि तीसरे दौर की बैठक सितंबर में न्यूजीलैंड में आयोजित की जाएगी. इसका उद्देश्य पहले से बनी सहमति को और ज्यादा मजबूती देना है.
क्यों अहम है ये FTA?
दरअसल, मार्च 2025 में पीएम मोदी और न्यूजीलैंड के पीएम क्रिस्टोफर लक्सन की एक अहम बैठक हुई थी. जिसके बाद से ही भारत-न्यूजीलैंड मुक्त व्यापार समझौते (FTA) की दिशा में तेजी से काम शुरू हो गया. जिसका असर अब साफ दिखने लगा है. वित्त वर्ष 2024-25 में दोनों देशों के बीच 1.3 बिलियन डॉलर का व्यापार हुआ. ये आंकड़ा इसलिए भी खास है क्योंकि ये पिछले साल की तुलना में 48.6% ज्यादा है. यानी साफ जाहिर है कि भारत और न्यूजीलैंड के आर्थिक रिश्ते अब तेजी से आगे बढ़ रहे हैं. जिसको देखते हुए कहा जा सकता है कि ये समझौता इन रिश्तों को और मजबूती देगा.
उम्मीदें क्या हैं?
FTA से व्यापार और निवेश में बढ़ोतरी, सप्लाई चेन में मजबूती, और व्यापार के लिए एक स्थिर और अनुकूल माहौल बनने की उम्मीद है. इससे दोनों देशों के उद्योगों और व्यवसायों को सीधा लाभ मिलेगा.
यह भी पढ़ें : महिलाओं को लेकर अनिरुद्धाचार्य की टिप्पणी पर भड़कीं प्रियंका चतुर्वेदी, जानें पूरा मामला
Hindi Khabar App: देश, राजनीति, टेक, बॉलीवुड, राष्ट्र, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल, ऑटो से जुड़ी ख़बरों को मोबाइल पर पढ़ने के लिए हमारे ऐप को प्ले स्टोर से डाउनलोड कीजिए. हिन्दी ख़बर ऐप