मोस्ट वांटेड आतंकवादी हबीबुर रहमान ने दिया अल्टीमेटम, विदेशी पर्यटकों सहित पाकिस्तानी मंत्री को भी छोड़ा
पाकिस्तान के डायमेर स्थित चिलास के ठाक गांव के पास बाबूसर रोड पर कुछ दिनो पहले नाकाबंदी कर एक वरिष्ठ मंत्री, और कुछ यात्रियों और विदेशी पर्यटकों को आतंकवादियों ने अपने कब्जे में ले लिया था। लेकिन अभी अधिकारियों से बातचीत के बाद उन्हें छोड़ दिया है। और बातचीत के दौरान आतंकवादियों ने अधिकारियों को अपनी मांगों को पूरा करने के लिए 10 दिनों का अल्टीमेटम दिया है।
पाकिस्तानी अखबार डॉन ने सूत्रों के हवाले से कहा कि गिलगित-बाल्टिस्तान के मंत्री अब्दुल्ला बेग अपने बेटे के साथ गिलगित से इस्लामाबाद जा रहे थे। मुजाहिदीन गिलगित-बाल्टिस्तान और कोहिस्तान के कमांडर अब्दुल हमीद और हबीबुर रहमान के नेतृत्व में आतंकवादियों ने सड़क पर अवरोध लगा दिए जिससे दोनों तरफ के यात्री कई घंटों के लिए फंस गए। इसके बाद अधिकारियों के साथ राजनीतिक और धार्मिक नेताओं ने उग्रवादियों से मुलाकात की और वार्ता की।
आतंकियों की की थी रिहाई की मांग
डायमेर के वार्ताकारों की टीम का नेतृत्व करने वाले पीएमएल-एन नेता फैजुल्ला फराक ने पाकिस्तानी अखबार को बताया कि आतंकवादियों के साथ बातचीत हुई और मंत्री बेग इसका हिस्सा थे। उन्होंने कहा कि आतंकवादियों की मुख्य मांग सरकार के साथ एक पुराने समझौते के तहत, उनके दर्जनों साथियों की अलग-अलग जेलों से रिहाई है। उनमें से कुछ नंगा पर्वत हत्याकांड में भी शामिल थे।