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गूगल ने डूडल ने ग्रीन टी लेडी मिशियो सुजिमुरा को किया सम्मानित, पौधों से विटामिन सी क्रिस्टल निकालने की विधि पर दर्ज कराया था पेटेंट

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नई दिल्ली: 17 सितंबर 1888 में जन्मी एक महिला जिसने सारी दुनिया को ग्रीन-टी दिया, आज गूगल ने डूडल के जरिए उस महिला को सम्मानित किया है। उस महिला का नाम है मिशियो सुजिमुरा। उनके 133वें जन्मदिन का जश्न मनाते हुए Google डूडल में उन्हें ग्रीन टी के रासायनिक घटकों का अध्ययन करते हुए दिखाया था। मिशियो सुजिमुरा का जन्म के सैतामा प्रान्त के ओकेगावा शहर में हुआ था। सुजिमुरा का झुकाव बचपन से ही विज्ञान की ओर था। स्नातक करने के बाद उन्होंने होक्काइडो इंपीरियल यूनिवर्सिटी में एक अवैतनिक प्रयोगशाला सहायक के रूप में रेशम के कीड़ों के पोषण मूल्य पर शोध किया।

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क्रिस्टल के रूप में टैनिन को निकाला

सन् 1929 में सुजिमुरा ने फ्लेवोनोइड कैटेचिन को ग्रीन टी से अलग कर दिया। उन्होंने 1930 में ग्रीन टी से क्रिस्टल के रूप में टैनिन को निकाला।

ग्रीन टी के घटकों पर उनकी थीसिस, “ऑन द केमिकल कंपोनेंट्स ऑफ ग्रीन टी” शीर्षक से, उन्होंने 1932 में टोक्यो इम्पीरियल यूनिवर्सिटी से कृषि में डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त की जिससे वह इस तरह की डिग्री प्राप्त करने वाली जापान की पहली महिला बन गईं।

दर्ज कराया पेटेंट

उन्होंने 1934 में गैलोकैटेचिन को ग्रीन टी से अलग किया और 1935 में पौधों से विटामिन सी क्रिस्टल निकालने की अपनी विधि पर पेटेंट दर्ज कराया। ग्रीन टी पर उनके शोध के लिए उन्हें 1956 में कृषि विज्ञान में जापान पुरस्कार से सम्मानित किया गया था और 1968 में उन्हें ‘ऑर्डर ऑफ़ द प्रीशियस क्राउन ऑफ़ द फोर्थ क्लास’ से सम्मानित किया गया था। 1 जून 1969 को 80 वर्ष की आयु में उनका टोयोहाशी में निधन हो गया।

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