तालिबान ने भारत को चेताया, कहा- भारत न भेजे अपनी सेना
काबुल: अफगानिस्तान में तालिबान हर रोज अपनी पैठ बढ़ा रहा है। कंधार पर कब्जा करने के बाद तालिबान का निशाना काबुल है। भारत ने हालातों को देखते हुए अपने सभी राजनायिकों को वापस बुला लिया था, जिसपर तालिबान ने कहा कि वे दूतावास और राजनायिकों को निशाना नही बनाएंगे और वे अपने वचन के प्रतिबद्ध हैं।
तालिबान के प्रवक्ता मोहम्मद सुहैल शाहीन ने न्यूज एजेंसी ANI को दिए इंटरव्यू में कहा है कि भारत द्वारा अफगानिस्तान के विकास की परियोजनाओं की सराहना करते हैं। लेकिन भारत अपनी सेना अफगानिस्तान भेजने की कोशिश न करें। उन्होंने आगे कहा कि भारत को बाकी देशों से सीखना चाहिए जिन्होंने अफगानिस्तान में सेना को उतारा था। हम भारत के लिए खुली किताब हैं।
गुरुद्वारे से निशान साहिब हटाने के आरोप को भी किया खारिज़
सुहैल शाहीन ने पकतिया प्रांत में निशान साहिब झंडा हटाने को गलत बताया है। शाहीन ने कहा कि सिख समुदाय ने भय के कारण खुद झंडा हटाया था। जबकि तालिबान के कहने पर वहां वापस झंडा लगाया गया है। इसके साथ ही शाहीन ने पाकिस्तान से तालिबान के करीबी रिश्ते की बात का खंडन किया।
दुनियाभर में कोरोना से बचान के लिए कोविड वैक्सीनेशन जारी है, लेकिन तालिबान ने अफगानिस्तान के पकतिया प्रांत में वैक्सीनेशन कराए जाने को लेकर मना कर दिया है। अफगानिस्तान के शमशाद न्यूज के अनुसार तालिबान ने पकतिया प्रांत के क्षेत्रीय अस्पताल में कोविड टीकाकरण की मनाही कर दी है।
कंधार के रेडियो स्टेशन पर तालिबान का कब्जा
तालिबान ने कंधार स्थित रेडियो स्टेशन पर कब्जा कर लिया और उसका नाम बदलकर ‘शरिया की आवाज’ रख दिया। रेडियो स्टेशन में संगीत के प्रसारण पर रोक लगा दी गई है। स्टेशन में अब कुरान और ख़बरों का प्रसारण होगा।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने तालिबान से की अपील
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटरेस् ने तालिबान से अफगानिस्तान में हो रहे खुन-खराबे को रोकने की अपील की है। उन्होंने आगे कहा कि तालिबान को वार्ता के लिए आगे बढ़ना चाहिए। उन्होंने महिलाओं और पत्रकारों को निशाना बनाए जाने पर चिंता व्यक्त की है।